पहाड़ी राज्यों में बाल जैसे जानवर का सामने आ जाना एक आम घटना है. पहाड़ में रहने वाले लोगों को अपने रोजमर्रा के जीवन में बाघ और हाथी जैसे जानवरों का सामना करना पड़ता है. मगर बहुत कम ही लोग ऐसे हैं जो बाघ और हाथी जैसे जानवरों का सामना कर पाते हैं. ऐसी एक खबर उत्तराखंड राज्य के रिखणीखाल क्षेत्र से सामने आ रही है.
जहां के रहने वाले एक बुजुर्ग ने दो भागों के सामने आने पर भी अपनी हिम्मत ना होते हुए उनका डटकर सामना किया. वह बुजुर्ग अपनी कुदाल लेकर बाघों पर टूट पड़े. बुजुर्ग का इस तरह का साहस देखकर बाघ को भी पीछे हटना पड़ा. हालांकि इस घटना में बुजुर्ग थोड़ा सा घायल हुए हैं मगर उनकी जान बच गई. यह घटना कोटद्वार के रिखणीखाल ब्लॉक की है. जहां सेरोगाड गांव में 70 साल के मनवर सिंह रावत अपने परिवार संग रहते हैं.
मनवर सिंह रावत गुरुवार की सुबह लगभग 7:30 बजे हाथ में कुदाल लेकर धान की पौध में पानी लगाने जा रहे थे. तभी अचानक से रास्ते में घात लगाकर बैठे हुए दो बाघ मनवर पर झपट पड़े. मनवर ने भी हिम्मत ना हारते हुए अपने कुदाल से ही बाघों का सामना करने लगा. इस दौरान बागोमे मनवर के ऊपर कई बार हमला किया मगर मनवर ने अपनी सूझबूझ से उनके हमले विफल कर दिए. बाद में थक हार कर एक गुलदार भाग खड़ा हुआ मगर दूसरा गुलदार 100 मीटर तक उनका पीछा करता रहा. गुलदार के इस हमले में बुजुर्ग का एक पाव जख्मी हो गया.
उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. दूसरी ओर पौड़ी के गडोली गांव में एक 10 साल की बच्ची पर गुलदार ने हमला कर दिया. घायल बच्ची का एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा है. इस घटना के चलते क्षेत्र के आंगनबाड़ी और स्कूलों में 10 जून तक अवकाश की घोषणा कर दी गई है.