
उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल की अंजना रावत ने अपने जीवन की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का साहसपूर्वक सामना किया है।यहां तक कि उन्होंने अपने संघर्षों को पार करते हुए एक नई सफलता की मिसाल लिखी और एक प्रेरक मिसाल कायम की।अंजना ने अपनी मेहनत कठिन और साहस के बल पर यह भी सिद्ध किया कि कठिन परिस्थितियों में भी सफलता प्राप्त की जा सकती है।
अंजना की जीत न केवल उनके लिए एक उपलब्धि है, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणादायक संदेश है कि मुश्किल समय में भी कभी हार नहीं माननी चाहिए।
अंजना को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया जाना यह साबित करता है कि उत्तराखंड सरकार उनकी दृढ़ संकल्प और संघर्ष की भावना को मानती है।अंजना की सफलता से संघर्ष कर रहे कई लोगों को एक नई दिशा मिलती है।