उत्तराखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को सामान देने के लिए सीबीआई जॉली ग्रांट अस्पताल ही पहुंच गई. इसके बाद अस्पताल में सामान लेकर पहुंची सीबीआई के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक पोस्ट भी सोशल मीडिया पर डाला है. प्राप्त हो रही जानकारी से पता चलता है कि साल 2016 के चर्चित सिटिंग प्रकरण का है जिस्म की सीबीआई ने वॉयस सैंपल के लिए नोटिस भेजा है.
सीबीआई ने पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत, कांग्रेस विधायक मदन सिंह और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को नोटिस दिया है. और सभी को 7 नवंबर को सीबीआई ऑफिस में वॉयस सैंपल देने के लिए बुलाया गया है. इस बारे में हरीश रावत ने यह कहा कि आज जॉली ग्रांट हॉस्पिटल में मेरी स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए एक बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण संस्था आई.
सीबीआई के दोस्त आए और उन्होंने मेरे को एक नोटिस सर्वे किया, तो मुझे एक बड़ा ताजुब हुआ. मैंने कहा जिस दिन लोग अस्पताल में हाल-चाल पूछने के लिए आ रहे हैं तो सीबीआई को यहां लगा होगा कि मुझे देश की एकता, अखंडता. सुरक्षा और लोकतंत्र को कुछ ज्यादा ही खतरा है. इसी वजह से सीबीआई ने अस्पताल में ही मुझे नोटिस सर्वे किया है.
हिमालयन अस्पताल जॉलीग्रांट में भर्ती उत्तराखंड राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एमआरआई, सीटी स्कैन, और ईको आदि टेस्ट के बाद पसली में चोट और कमर में हल्की चोट होने की पुष्टि की गई है. इसी वजह से डॉक्टर ने उन्हें कुछ दिन अस्पताल में ही रुकने की सलाह दी है.