
उत्तराखंड के युवा पीढ़ी ने अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा के दम पर विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करके एक नए मानक स्थापित किए हैं। उनकी उपलब्धियां राज्य के लिए गौरव की बात है और वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के स्रोत बन रहे हैं। वहीं उत्तराखंड के युवाओं की सफलता की कहानियों में से एक और जुड़ने जा रही है, जिसमें पिथौरागढ़ जिले के चंचल सिंह चौहान ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में अपनी सेवाएं देने का गौरव हासिल किया है।
एक गर्वशाली पल में, पिथौरागढ़ जिले के स्यांला गांव के रहने वाले चंचल सिंह चौहान ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में अपनी सेवाएं देने का सम्मान प्राप्त किया है। यह उनके परिवार की एक प्रतिष्ठित परंपरा का हिस्सा है, जिसमें तीसरी पीढ़ी के रूप में उन्होंने देश की सेवा करने का संकल्प लिया है।
आपको बता दे चंचल सिंह चौहान के परिवार में सेना की परंपरा काफी पुरानी है, उनके दादा केशर सिंह चौहान और पिता देवेंद्र सिंह चौहान दोनों ही भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं। चंचल सिंह चौहान के परिवार की अन्य सदस्यों में उनकी दादी हरी देवी और माता गीता चौहान घरेलू महिलाएं हैं।
बताते चले कि चंचल ने अपनी शिक्षा की नींव हिमालय पब्लिक स्कूल एपीएस और एसआईटी पिथौरागढ़ में रखी, जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। चंचल सिंह चौहान की इस गौरवशाली उपलब्धि के बाद से उन्हें बधाई देने वालों का एक लंबा सिलसिला जारी है। इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में खुशी और गर्व का माहौल बना हुआ है, जहां लोग उनकी सफलता पर मुबारकबाद दे रहे हैं।