उत्तराखंड न्यूज़: कोरोना काल में सभी चीजों पर फर्क पड़ा है।लेकिन इसका ज्यादा असर सबसे ज्यादा विद्यार्थियों के जीवन में पड़ा है।कोरोना काल के दौरान पिछले 10-11 महीने से लगातार स्कूल और कॉलेजेज बन्द थे।लेकिन अब प्रशासन इस मुसीबत से हल निकालने का पर्यतन कर रही है।साथ ही विद्यार्थियों के पढाई के होने वाले नुकसान की भरपाई करने की भी तैयारी में जुट चुकी है। नवम्बर और दिसम्बर से सरकार ने स्कूल और कॉलेज को खोलने को निर्णय लेकर सरकार ने अपना पहला कदम उठाया था जिसमे स्कूल में केवल 10 और 12 के छात्रों को बुलाया था और साथ ही कॉलेज में प्रेक्टिकल विषय के छात्र छात्राओं को।प्रदेश में लगभग 105 सरकारी महाविद्यालय और 18 अशासकीय सहायता प्राप्त होने वाले महाविद्यालय हैं जिनमें तकरीबन 2 लाख से ज्यादा लोगों ने एडमिशन लिया हुआ है।
इससे पहले सभी विद्यार्थियों की ऑनलाइन क्लासेज चल रही थी और कॉलेज में एडमिशन प्रक्रिया भी ऑनलाइन मोड पर ही किया गया था।लेकिन बहुत से जगाए ऐसी भी है जहां नेटवर्क की बहुत समस्या रहती है ऐसे में छात्र छात्राओं को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।सभी को अब स्कूल और कॉलेजों के खुलने का बेसब्री से इंतेज़ार है।
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शायद अब सभी छात्र छात्राओं का इंतेज़ार ख़तम हो जाएगा।खबर मिल रही है कि फ़रवरी के पहले वीक से कॉलेज खुलने के आसार है।प्रदेश में हर जगह यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज खोलने की तैयारी शुरू की जा रही है।इसी सिलसिले में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत की आज बैठक होनी है। जिसमें बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। आपको जानकारी लिए बता दे की 11 जनवरी से सर्दियों का अवकाश शुरू होने जा रहा है।लगभग 20 दिन के लिए सभी का अवकाश रहेगा। ऐसे में 4 से 5 फरबरी तक कॉलेज खुलने के आसार है।जहां सभी की सुरक्षा को धयन में रखा जाएगा।और इस प्रकार से सभी विद्यार्थी कॉलेज में क्लासेज अटेंड कर सकेंगे।
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