
30 अगस्त 2023 जहां वह तारीख है जो कि दुनिया के कैलेंडर में अमर हो गई है. अभी इसी ऐतिहासिक दिन पर भारत का चंद्रयान-3 मिशन सफल हुआ है. इसरो की इस अभूतपूर्व उपलब्धि के पीछे कई सारे उत्तराखंड के होनहार युवकों का भी हाथ है. जिसमें उत्तराखंड की होनहार बेटी तन्मया तिवारी भी शामिल हैं.
तन्मया chandrayaan-3 मिशन की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा थी. तन्मया मूल रूप से राज्य के नागालैंड जिले में रहती हैं . मगर वर्तमान भक्तों में उनका परिवार उत्तराखंड राज्य के उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में रहता है. यहीं से उन्होंने अपनी शिक्षा पूर्ण की है.
बता दें कि ओनेसाटिक शिक्षा काशीपुर के बायोडाटा चिल्ड्रन्स अकादमी से प्राप्त करने वाली तन्मया ने रुद्रपुर के जेसीज पब्लिक स्कूल से अमेरीका की शिक्षा प्राप्त की है.इसके बाद उन्होंने पंतनगर यूनिवर्सिटी से बीटेक और मुंबई से नेट किया है. इसके बाद उन्होंने पेप्सीको इंडिया असिस्टेंट से अपनी जॉब की शुरुआत की. इसी दौरान साल 2017 में उनका चयन इसरो में हो गया था.
अपनी पहली पोस्टिंग के दौरान साल 2017 से साल 2023 तक वह इसरो के लॉन्चिंग पैड श्रीहरिकोटा आंध्र प्रदेश में इंजीनियर के पद पर नियुक्त रही.तदोपरान्त उनके इसरो के प्रमुख मैसूर बैंगलोर के वरिष्ठ वैज्ञानिक इंजीनियर ग्रेट-2 के पद पर हो गया. जिसके बाद उन्हें chandrayaan-3 मिशन का हिस्सा बनने का मौका मिला.