भारत में मुस्लिम महिलाओं की गुहार पर और उनकी मदद करने के लिए ट्रिपल तलाक को लेकर कानून बनाया है. मगर कानून बनने के बाद से ही ट्रिपल तलाक के कानून का विरोध किया जा रहा था और टेबल तलाक के मामले कटने की जगह और भी ज्यादा बढ़ गए हैं.
इसी से मिलता-जुलता मामला उत्तराखंड राज्य के उधम सिंह नगर के काशीपुर क्षेत्र से सामने आ रहा है. जहां एक पति ने शादी के 12 साल बाद अपनी पत्नी को ट्रिपल तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया है. मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक के दलदल से निशा दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की हिदायत और केंद्रीय सरकार ने बिल पास करके कानून बनाया था.
मगर क़ानून बनने के बावजूद भी ट्रिपल तलाक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इसी से मिलता-जुलता मामला उत्तराखंड राज्य के काशीपुर से सामने आ रहा है जहां एक महिला ने 12 साल पहले मुस्लिम रीति-रिवाजों के साथ काशीपुर के महेशपुर मदर कॉलोनी के रहने वाले दानिश रजा के साथ शादी की थी. दानिश ने शादी के कुछ वक्त बाद ही दहेज की मांग करनी शुरू कर दी थी. सबसे पहले दानिश ने अपने लिए पल्सर बाइक की मांग की थी. जिसके बाद दामाद की मांग पर ससुराल वालों ने पल्सर बाइक उसे दिलवा दी.
पीड़ित महिला अंजुम का कहना है कि धीरे-धीरे उसके पति दानिश की मांग बढ़ने लगी थी और मांग पूरी ना होने पर वह अंजुम के साथ मारपीट और गाली-गलौज भी किया करता था. जिसके बाद अब जब दानिश की बहन की शादी करनी है तो उसको दहेज देने के लिए भी वह अंजुम के घरवालों से ही दहेज की मांग कर रहा है. इस बात का अंजुम के द्वारा विरोध किया गया तो उसके साथ मारपीट की गई और अंजुम के परिवार वालों को बुलाकर उनकी भी पिटाई की गई.
मारपीट करने के बाद तीन बार तलाक बोलकर अंजुम को धक्का देकर घर से बाहर निकाल दिया गया. फिलहाल के लिए अंजुम ने पुलिस में रिपोर्ट लिखा कर कार्रवाई की मांग की है. जिसके बाद अब पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. ताकि कोई भी निर्दोष सलाखों के पीछे ना जाए और किसी के साथ भी अन्याय ना हो. अब देखने वाली बात यह है कि अंजुम को न्याय मिल पाता है या नहीं.