एक बेहद दुखद खबर राज्य के लिए चंबा से सामने आ रही है जहां एक और वीर सपूत शहीद हो गए. उस शहीद जवान की पहचान लक्ष्मण सिंह के रूप में की जा रही है. जो कि भारतीय सेना के 20 गढ़वाल राइफल में तैनात थे. शुक्रवार के दिन लक्ष्मण सिंह के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव भेज दिया जाएगा.
लक्ष्मण सिंह का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ चोंरी घाट पर किया गया. उनके बड़े भाई शेर सिंह ने लक्ष्मण की चिता को मुखाग्नि दी. प्राप्त हो रही जानकारी से पता चलता है कि उत्तराखंड राज्य के खीरी जिले के गैरसैंण क्षेत्र के फरकंडे तल्ली गांव के रहने वाले लक्ष्मण सिंह भारतीय सेना के 20 गढ़वाल राइफल में कार्यरत थे. वर्तमान समय में उनकी पोस्टिंग पंजाब के भटिंडा में थी.
जहां से वह राजस्थान के पाइपलाइन के लिए अपनी इकाई के साथ-साथ साइबेरियाई अभ्यास के लिए फील्ड रबर रेंज गाए थे. दिनांक 6 अगस्त को लक्ष्मण सिंह जब रबर रेंज के नॉर्थ कैंप में असिस्टेंट कोट एनसीओ इंजीनियर थे. उस वक्त एक गोल उनके पेट पर लग गया जिस वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसके बाद उन्हें रेंज के एमआई रूम में ले जाया गया.
जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद सूरतगढ़ के सैन्य अस्पताल और उसके बाद पश्चिमी कमांड सैन्य अस्पताल चंडी मंदिर भेज दिया गया. जहां 22 अगस्त को उन्होंने दम तोड़ दिया. लक्ष्मण सिंह के परिवार में उनके बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और दो बच्चे भी है. उनकी शहीद होने की खबर से उनके पूरे परिवार व क्षेत्र में दुख का माहौल है.