उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जहां हरिद्वार बस अड्डे को नए स्थान पर स्थानांतरित करने की योजना पर काम तेजी से चल रहा है, जिससे हरकी पैड़ी के आसपास के क्षेत्र का स्वरूप बदल जाएगा। साथ ही नए बस अड्डे के स्थानांतरण से शहर के यातायात की समस्या कम होगी और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं और सेवाएं मिलेंगी, जिससे उनका अनुभव और भी सुखद होगा। इस योजना के बारे में कुछ लोगों को गलतफहमी थी कि दुकानों को हटाया जाएगा, लेकिन अब इस गलतफहमी को दूर कर दिया गया है और यह सुनिश्चित किया गया है कि दुकानें अपनी जगह पर बनी रहेंगी।
बता दे कि हरकी पैड़ी एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है, जहां गंगा स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं। यहां के वातावरण को शांति और सौंदर्यपूर्ण बनाने के लिए यह विशेष प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही इस योजना न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार करने के लिए बनाई गई है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को भी संरक्षित करना है, जिससे शहर की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षण मिले।
बताते चले कि हरिद्वार में 6 मार्च को प्रमुख सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने स्थानीय अधिकारियों और प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, इस दौरान उन्होंने व्यापारियों और स्टेक होल्डर्स को विश्वास दिलाया कि कॉरिडोर के लेआउट में किसी भी प्रकार की ध्वस्तीकरण योजना शामिल नहीं है, जिससे उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है। इस योजना के अनुसार नगर निगम के जाहान्वी मार्केट और बस स्टैंड को स्थानांतरित करने के बाद प्रभावित व्यापारियों को नए परिसर में दुकानें आवंटित की जाएंगी, जो मौजूदा बस स्टैंड के पास बनाया जाएगा।
वहीं हरिद्वार कॉरिडोर प्लान के अनुसार हरिद्वार बस अड्डे को चंडी घाट क्षेत्र में नए स्थान पर स्थापित किया जाएगा, जिससे शहर की यातायात समस्या का समाधान होगा और पर्यटकों को सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा। दूसरी ओर, हरकी पैड़ी के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए, इसके स्वरूप में कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा, गंगा नदी में मालवीय द्वीप की तर्ज पर एक नया द्वीप भी बनाया जाएगा, जो शहर की सुंदरता और आकर्षण में इजाफा करेगा। मीनाक्षी सुंदरम ने यह बताया है कि हरिद्वार कॉरिडोर परियोजना में केवल नगर पालिका की संपत्ति को स्थानांतरित किया जाएगा, न कि किसी भी निजी संपत्ति को।