
जल्दी ही विधानसभा चुनाव का सिलसिला उत्तरखंड में शुरू हो जाएगा।वहीं बर्फबारी का अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।मतदान के दिन बर्फबारी की आशंका है।दूर के क्षेत्रों में शुक्रवार से पोलिंग पार्टियों की रवानगी का सिलसिला जारी हो गया है। बताया जा रहा है कि 1477 बूथों पर बर्फबारी हो सकती है, जिसमे से 35 बूथों पर बर्फबारी का असर अधिक हो सकता है। बाकि बचे 1442 बूथों में हल्की बर्फबारी होने के आसार है
मतदान की तारीख 14 फरवरी है।इस दिन के लिए कुछ खास तैयारियां की जा रही है जिससे चुनावों पर कोई असर न पड़े।बता दे पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए 10 से 20 किमी तक पैदल चलना पड़ता है जिसके लिए पोलिंग पार्टियों की पहले ही
रवानगी होती है।दूर के क्षेत्रों में मतदेय स्थलों के लिए 35 पोलिंग पार्टियां शुक्रवार को रवाना हो गई है।यह वही क्षेत्र है जहां भारी बर्फबारी की आशंका है।17 पोलिंग पार्टियां उत्तरकाशी और 18 पोलिंग पार्टियां पिथौरागढ़ के लिए रवाना हुई।
अब शनिवार को कम बर्फबारी वाले क्षेत्रों में यह पोलिंग पार्टियां भेजी जाएंगी।इन पार्टियों की संख्या 1442 है। चुनाव आयोग से मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या द्वारा भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों में पोलिंग पार्टियों को 72 घंटे पहले यानि तीन दिन पहले भेजने की अनुमति ली गई।
वहीं,जहां बर्फ न पड़ने की संभावना है वहां के लिए मतदान से एक दिन पहले ही पोलिंग पार्टियां रवाना होगी,जिनकी संख्या 10 हजार 222 बूथ है।इसके अलावा उत्तराखंड को मतदान के लिए कुल 276 जोन में बांटा गया है।इस जोन के 1447 सेक्टर हैं। चुनाव आयोग द्वारा 156 मॉडल बूथ बनाए गए हैं, इन बूथ पर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।सबसे अधिक बूथ हरिद्वार जिले में है जिनकी संख्या 24 है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या द्वारा बताया गया कि प्रदेश की 9385 पार्टियां मतदान समाप्ति के बाद उसी दिन लौटेंगी और 2312 दूसरे दिन।इस बार प्रदेश में 101 सखी बूथ बनाए गए ।इस बार ,पोलिंग के पूरे स्टाफ में महिलाएं होंगी।और छह दिव्यांग बूथ की सुविधाएं भी दी गई है ।
इसके अलावा शुक्रवार को 14 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए भारत-नेपाल सीमा को सील किया गया। वहीं इस चुनाव के लिए हाईटेक इंतजाम भी किए हुए है जिसमे 5860 बूथों पर वेब कास्टिंग हैं