उत्तराखंड राज्य में जहां बहुत से लोग नौकरी के लिए पहाड़ों से पलायन कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बहुत से लोग ऐसे भी हैं जोकि पहाड़ों में ही रहकर स्वरोजगार करके अपना घर चला रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने सेब की खेती करके पहाड़ में लोगों को रोजगार की एक नई दिशा दिखाइए.
हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल के मठकुंड गांव की रहने वाली धनी कांति चंद और उनके पति विजयपाल चंद की. जो कि बहुत ही ज्यादा मेहनती बागवान है. उन्होंने 10 साल पहले बागान का विचार बनाया था और साल 2012 में सेब के हॉस्टल की शुरुआत हुई.
उन्होंने लगभग 100 गलियों से ज्यादा जमीन पर सेब का बगीचा स्थापित किया है और 50 नाली भूमि पर वह कीवी भी उगा रहे हैं. वर्तमान समय में बागवानी ही उनके पूरे परिवार का सबसे बड़ा आय का स्रोत है और यहां उन लोगों के बीच एक बहुत ही बड़ा उदाहरण है जो कि पहाड़ों से पलायन कर रहे हैं.