बहुत सही बच्चे स्कूलों के दूर होने के कारण और स्कूल तक पहुंचने के लिए बस टैक्सी का किराया ना दे पाने की वजह से स्कूल नहीं आ पाते हैं. इसीलिए पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड राज्य में एक बहुत ही अच्छी शुरुआत की गई है.
जिसके मुताबिक शिक्षा सचिव ने बताया कि बस, टैक्सी या अन्य व्यवस्था कर विभाग हर एक छात्र के हिसाब से छात्रों पर आने वाले खर्च का भुगतान करेगा. पहले चरण में माध्यमिक स्तर पर 559, प्राथमिक स्तर पर 603 और पूर्व माध्यमिक स्तर पर 76 क्लस्टर स्कूल बनने हैं.
उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के क्लस्टर स्कूलों में दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले छात्र – छात्राओं को सरकार की तरफ से प्रति किलोमीटर किराए भत्ते के रूप में ₹22 का भुगतान किया जाएगा. और मैदानी क्षेत्रों के बच्चों को किराए भत्ते के रूप में 18 से 20 रुपए तक दिए जाएंगे. उत्तराखंड राज्य में पहले चरण में माध्यमिक स्तर पर 559, प्राथमिक स्तर पर 603 और पूर्व माध्यमिक स्तर पर 76 क्लस्टर स्कूल बनने हैं.
इन स्कूलों में आने जाने के लिए सरकार दूरदराज से आने वाले छात्र छात्रों को किराए भत्ता देगी. इस मामले के बारे में शिक्षा सचिव रविनाथ रमन नहीं बताते हुए कहा कि इसके लिए बस, टैक्सी या अन्य व्यवस्था कर विभाग हर एक छात्र – छात्राओं के हिसाब से छात्रों पर आने वाले खर्च का भुगतान करेगा.