आपको बता दें कि अगर अपने 16 फरवरी से पहले वाहनों पर फास्टैग नहीं लगाया तो आपको इसका दोगुना शुल्क देना होगा। वाहनों पर फास्टैग लगाने की तिथि कई बार बढ़ाई जा चुकी है। जानकारी के अनुसार पहले केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने इसकी अंतिम तारीख 15 फरवरी की थी। और इस बार फिर से तारीख बढ़ाने की उम्मीद बनी हुई थी लेकिन मंत्रालय ने इसको मना करते हुए मुख्य सचिव को एक पत्र भेज दिया है और अब16 फरवरी से जिस वाहन पर फास्टैग नहीं होगा, उसे दोगुना शुल्क देना पड़ेगा।
चलिए अब हम आपको बताते हैं कि फास्टैग की होता है। फास्टैग एक प्रकार का टैग व स्टिकर होता है जो की वाहन विंडस्क्रीन पर लगा हुआ होता है। येआरएफआईडी तकनीक पर फास्टैग का काम करता है। इसके बाद इसके टैग के जरिए टोल प्लाजा पर कैमरे से स्टिकर के बारकोड को स्कैन किया जाता हैं और टोल फीस अपने आप फास्टैग के वॉलेट से कट जाती है। इसका इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि वाहन चालक को टोल टैक्स के भुगतान के लिए रुकना नहीं पड़ता है, वो सीधे ही स्कैन करके चला जाता है।
फास्टैग को आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से ले सकते हो और फास्टैग किसी भी बैंक, फ्लिपकार्ट, अमेजन साथ ही पेटीएम जैसे ई-कॉमर्स कंपनियों से ऑनलाइन खरीदा जा सकता है। साथ ही इसके अलावा आप 23 ऑथराइज्ड बैंक, रोड ट्रांसपोर्ट ऑफिस के पॉइंट ऑफ सेल से भी फास्टैग को लिया जा सकता है। आपको बता दें कि देश में 30 हजार पॉइंट ऑफ सेल पर फास्टैग उपलब्ध हैं।
अब आपको बताते हैं कि फास्टैग को खरीदने के लिए क्या – क्या डॉक्युमेंट्स चाहिए। आपको फास्टैग को खरीदने के लिए ड्राइवर लाइसेंस साथ ही वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की कॉपी जमा करनी पड़ती है। आधार कार्ड पैन और पैन कार्ड की कॉपी चाहिए। उसके बाद आप डेबिट – क्रेडिट कार्ड या ई-वॉलेट, एनईएफटी और नेट बैंकिंग से भी रिचार्ज कर सकते हैं। और अगर फास्टैग आपके बैंक खाते से लिंक है तो पैसा सीधे खाते से ही कट जाता है। फास्टैग की कीमत नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने 100 रुपये रखी है और साथ ही इसके साथ 200 रुपये की सिक्युरिटी डिपॉजिट देना होता है। कई बैंक तो कुछ समय पर मुफ्त में फास्टैग ऑफर करते है।
दीपेंद्र कुमार परिवहन आयुक्त की जानकारी अनुसार परिवहन मंत्रालय से पत्र आने के बाद मुख्य सचिव ओम प्रकाश के स्तर पर सभी जिलों को पत्र भेजा गया है।
बताया जा रहा है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से परिवहन विभाग को पत्र भेजा गया है और 15 फरवरी रात 12 बजे से रोडवेज की बसों में भी फास्टैग अनिवार्य होगा। परिवहन निगम के जीएम संचालन दीपक जैन का कहना है कि सभी बसों में पहले से ही फास्टैग लगा दिए हैं।
चलिए अब आपको बताते हैं कि उत्तराखंड में कितने बैरियर है और कहां है। उत्तराखंड में अभी वर्तमान में तीन टोल बैरियर है।
सबसे पहले एक एनएच 73 पर भगवान के पास, फिर एनएच 74 में देवरिया और एनएच 125 पर खटीमा में टोल बैरियर है। इसके साथ एक और टोल बैरियर तैयार होने जा रहा है। बहादराबाद में एनएच 58 पर 15 और 16 को ट्रायल के बाद 18 फरवरी से टोल बैरियर शुरू होगा।
दीपेंद्र कुमार चौधरी परिवहन आयुक्त के जानकारी अनुसार परिवहन मंत्रालय से पत्र आने के बाद मुख्य सचिव ओम प्रकाश के स्तर से संबंधित जिलों को पत्र भेजा जा चुका है।
बताया जा रहा है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से परिवहन विभाग को पत्र भेजा गया है और 15 फरवरी रात 12 बजे से रोडवेज की बसों में भी फास्टैग अनिवार्य होगा। परिवहन निगम के जीएम संचालन दीपक जैन का कहना है कि सभी बसों में पहले से ही फास्टैग लगा दिए हैं।








