उत्तराखंड में जंगली जानवरों के हमले से लोग परेशान हैं कभी आंगन में खेल रहे बच्चों पर तेंदुआ हमला करता हे तो कभी घास लेने गई महिला पर भालू हमला कर देता है। तो कभी घर के आंगन में जंगली जानवर आ जाते हैं। आय दिन कही न कही से जंगली जानवर के हमले की खबर आ ही जाती हैं। वहीं अब खबर बागेश्वर जिले के कफौली गांव से आ रही हैं जहां घर में आंगन में तेंदुए का बच्चा आ गया आंगन में तेंदुए के बच्चे को आता देख कुत्ते ने तेंदुए के बच्चे पर हमला कर दिया और तेंदुए का बच्चा कुत्ते से बचने के लिए घर की रसोई में जा घुसा। जैसे ही तेंदुए का बच्चा रसोई में घुसा तो रसोई में मां और बेटी खाना बना रही थी तो तेंदुए का बच्चा वहां बैठी बेटी पर झपटने लगा। बेटी पर तेंदुए को हमला करता देख वहां बैठी मां बेहोश हो गई। तेंदुए के बच्चे को हमला करता देख पिता ने सूज बुझ से काम किया और तेंदुए के बच्चे को पेटी से ढक दिया। ओर घायल पत्नी को तुरंत उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया। जिसके बाद बिना किसी देरी के बन विभाग की टीम भी वहां पहुंच गई और तेंदुए के बच्चे को पकड़कर अपने साथ ले गई ।
मिली जानकारी के अनुसार बागेश्वर के कफौली गांव में बीते सोमवार की रात को तेंदुए का एक बच्चा त्रिलोचन पांडे के घर में जा पहुंचा। घर में तेंदुए के बच्चे को घुसते देख त्रिलोचन पांडे के पालतू कुत्ते ने तेंदुए के बच्चे पर झपट गया। तेंदुए का बच्चा कुत्ते से बचने के लिए उनकी रसोई में जा घुसा कहा त्रिलोचन पांडे की पत्नी कमला देवी और उनकी बेटी विजया खाना बना रही थीं। तेंदुए का बच्चा सीधे रसोई में बैठी विजया की तरफ गया और उसपर झपटने लगा। विजया शोर मचाते हुए रसोई से बाहर भाग गई। बेटी पर तेंदुए को झपटता देख कमला देवी दहशत में आ गई और चीखते हुए भागने लगी और गिर गई जिसके कारण वो बेहोश हो गई।
त्रिलोचन पांडे के पालतू कुत्ते ने तेंदुए पर हमला कर दिया। जिसके बाद त्रिलोचन ने कुत्ते को वहां से भगा दिया और तेंदुए के बच्चे को पेटी में बंद कर दिया। ओर बिना देरी किया वन विभाग को तेंदुए के बच्चे की सूचना दी। जिसके बाद वन विभाग की टीम रेंजर श्याम सिंह के नेतृत्व में गांव पहुंची और तेंदुए के बच्चे को अपने साथ ले गई। रेंजर श्याम सिंह ने बताया कि कुत्ते के साथ लड़ाई में तेंदुए का बच्चा जख्मी हो गया। वहीं घायल महिला को परिजन अस्पताल लेकर आए हैं। जहां अब उनकी हालत में काफी सुधार हो रहा है