कोई अपना जब मर जाए तो जहन में बसा रहता है अब ये नहीं है तब हम खुद को बिना उस शक्श के ढालना जानते हैं। लेकिन जब कोई बिना अलविदा कहे ही गायब हो जाये तो परिवार के लिये दुनिया नर्क की भांति हो जाती है। चारों ओर कुछ दिखता है तो सिर्फ दुःख का गुबार। दरहसल दोस्तों यह बात हम इसलिए कह रहें हैं क्योंकि उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में एक परिवार इन्हीं सब चीजों की मार झेल रहा है। सूत्रों के हवाले से पता लगा है यह परिवार किसी औऱ का नही बल्कि ईरान की शिम्पिंग कम्पनी में नौकरी करने वाले निर्मल बिष्ट का है जी हां दोस्तो पर्सिया की खाड़ी में 5 जून को एक इरानियन जहाज़ डूब गया जिसमें उत्तराखंड के निर्मल बिष्ट भी सवार थे। जब से परिवार जनों को ये खबर मिली परिवार में मातम का माहौल पसरा हुआ है। आगे पढ़िए पूरी जानकारी
उत्तरी पर्सिया की खाड़ी में किसी निर्माण कार्य से टक्कर खाने के बाद यह जहाज़ जल में समा गया। इरानियन बंदरगाह से कुवैत जा रहे इस जहाज़ में कुल नौ लोग सवार थे जिसमें 4 को तो बचा लिया गया लेकिन 5 लापता हैं । इन पांचों में उत्तराखंड के निर्मल बिष्ट भी शामिल हैं।28 साल के निर्मल सिंह की कोई न कोई खबर मिलने को परिवार वाले उम्मीद लगाए बैठे हैं।बता दें कि इनका परिवार भागीरथी कालोनी में रहता है। इनके पिता इनकी खोजबीन के लिए काफी मशक्कत कर चुके है लेकिन बदले में उनको कुछ हासिल नहीं हुआ।यह भी पढ़े: पहाड़ में तेंदुए का आतंक बनाया महिला को दूसरा शिकार..
जिस एजेंट द्वारा निर्मल सिंह बिष्ट को 4.60 लाख की रकम लेकर मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलवाई थी वह निर्मल के परिवार जनों के लिए शक के घेरे में निर्मल के परिवार जनों का मानना है कि ये हमको लगातार गुमराह कर रहा है कभी बता रहा रेस्क्यू जारी है कभी बता रहा है खोजबीन जारी है ऐसे हालात में परिवार करे भी तो क्या? बता दें कि जॉब दिलाते वक्त निर्मल बिष्ट की पूरी सुरक्षा की जम्मेदारी इसी एजेंट ने ली थी और अब ये साफ साफ अपनी कहि बात से मुकर रहा है। निर्मल के परिवार जनों को विश्वास है कि यह एजेंट कुछ छिपा रहा है। आगे क्या खबर आती है इसके लिए दैनिक सर्किल की टीम के साथ बने रहिये।