मेडिकल के क्षेत्र में हमारा भारत देश तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है और प्रदेश में जननी सुरक्षा योजना भी चल रही है. मगर फिर भी पर्वतीय क्षेत्रों में प्रसव के दौरान बच्चे और मां दोनों की जान के ऊपर खतरा बना हुआ रहता है और प्रसव के दौरान जान जाने की खबरें लगातार सामने आती रहती हैं.
पर्वतीय क्षेत्रों में हालत इतनी ज्यादा बुरे हैं कि कई बार एंबुलेंस ना मिलने के कारण सड़क और खेतों में ही बच्चे को जन्म देना पड़ता है. जबकि कई बार घर में ही प्रसव के दौरान मां की जान चली जाती है. इसी से मिलता-जुलता एक मामला उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल के कल्जीखाल ब्लॉक से सामने आ रहा है. यहां प्रसव के दौरान एक महिला ने दम तोड़ दिया.
प्राप्त जानकारी से पता चलता है कि गर्भवती महिला बच्चे को जन्म देने के बाद से ही बेहोश पड़ी हुई थी. यह देखकर जब परिजन उसे नजदीकी अस्पताल ले गए तो वहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. इस तरह एक और मासूम अपने मां के प्यार से अछूता रह गया. जिसके बाद परिजनों की ओर से किसी भी तरह की शिकायत ना आने के बावजूद भी इस मामले पर सीएमओ ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
उस गर्भवती महिला का नाम रुचि देवी था. जोकि उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कल्जीखाल ब्लॉक के सकनोली गांव की निवासी थी. रुचि देवी को जब प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो रुचि देवी के परिजन उन्हें अस्पताल ना ले जाकर घर पर ही प्रसव कर दिया. मगर डिलीवरी के बाद जब महिला की हालत खराब होने लगी और वह बेहोश पड़ गई. तब परिजन महिला को स्वास्थ्य केंद्र ले गए. स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर यहां पता चला कि महिला की मौत हो चुकी है.
इस मामले के बाद सीएमओ प्रवीण कुमार ने या बताया कि महिला को पहले ही स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती क्यों नहीं कराया गया. इस बात की जांच के लिए उन्होंने ब्लॉक प्रभारी को आदेश दिए हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस घटना की पूरी रिपोर्ट डीएम आशीष चौहान को भी भेज दी गई है.