उत्तराखंड: जब से कोरोना वैक्सीन की खबर आई है तब से देशवासियों के चेहरे पर एक उम्मीद की किरण जगी है की कोरोना जल्दी ही खत्म हो जाएगा , लेकिन कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। भारत में कोरोना की वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल मिल गया है परंतु उत्तराखंड में जालसाजों ने लोगों को चूना लगाना शुरू कर दिया है। कारोना के डर से भी ठगो ने कॉविड वैक्सीन को ठगी का नया हथियार बनाना शुरू कर दिया है । वह लोगों को कोरोना वैक्सीन के चलते रजिस्ट्रेशन कराने के लिए फोन कर रहे हैं। ऐसी ही एक मामला उधम सिंह नगर में आया है कि ठगों ने वैक्सीन के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिश करें और यह मामला सामने आते ही साइबर सेल ने ठगों के खिलाफ लोगो को जागरूक करने की कोशिश करी।
भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान 13 जनवरी से शुरू होने वाला है और भारत के वैज्ञानिकों ने कोविद वैक्सीन विकसित करने में अपनी सफलता पूर्ण की। वैक्सीन के नाम पर लोगों को ठगने वाले जालसाजओं का गिरोह पुलिस के लिए भी एक नया काम बन गया है, yeah ठगी सिर्फ लोगों को कॉल नहीं कर रहे हैं बल्कि कोविड-19 के टीके के नाम पर लिंक भेज रहे हैं और सरकार का कहना है कि अभी इसके लिए कोई भी सुविधा नहीं दी गई है। कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिश में तीन मामले खटीमा और जसपुर से सामने अहयेह है, ठगों ने लोगों को कॉल कर लोगों से उनके आधार कार्ड की डिटेल और ओटीपी की जानकारी मांग रहे हैं और रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों से उनके अकाउंट की सूचना और ओटोपी मांगी जा रही है जिसके कारण यह सब जानकारी देते हुए उनके बैंक खातों से रकम उड़ाई जहां सकती है।
अभी फिलहाल कोई भी वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराए जा रहे हैं एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने लोगों से अपील की है कि ऐसे किसी भी लिंक को वह लोग क्लिक ना करें और उस लिंक को खोलने से उनके बैंक खातों का डाटा चोरी हो सकता है और साथ ही साथ रूपए भी उड़ाए जा सकते है। पिछले कुछ दिनों से ऐसे मामले लगातार सामने आए हैं जिसे देखते हुए साइबर सेल में भी हरकत तेज हो गई है , और राज्य समीक्षा ने सभी से निवेदन किया है कि कोरोना वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर आ रहे फोन कॉल पर विश्वास ना करें ।और किसी भी ऐप को डाउनलोड ना करे जब तक सरकार द्वारा कोई भी सूचना जारी नहीं की जाती।