देशभर में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। हर रोज 3 लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में संक्रमण को रोकने के लिये उत्तराखंड सरकार ने अन्य राज्यों से आये लोगो के लिये राज्य में प्रवेश करने से पहले पंजीकरण करवाना अनिवार्य कर दिया है। लेकिन इसके बावजूद लोग बिना पंजीकरण करवाये राज्य में जा रहे हैं। शनिवार को भी हाल कुछ ऐसा ही था। लोग स्मार्ट सिटी में बिना पंजीकरण करवाये राज्य में प्रवेश की कोशिश कर रहे थे। लेकिन चेकिंग के दौरान पुलिस ने उन सभी वाहनों को वापस भेज दिया जिन्होंने पंजीकरण नहीं करवाया था।
कई यात्री ऐसे थे जिन्होंने तुरंत ही पंजीकरण करवाया। उनका कोरोना टेस्ट भी करवाया गया। तब जाकर पुलिस ने उन यात्रियों को राज्य में प्रवेश करने दिया। देहरादून में भी कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है। इस वजह से वहां भी लोगों की आवाजाही काफी कम हो गयी है। दून के आशारोड़ी चेकपोस्ट पर चेकिंग चल रही है। बिना पंजीकरण किसी भी यात्री को राज्य में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है।
इन सब के बावजूद लोग बिना पंजीकरण करवाये राज्य में आ रहे हैं। कुछ यात्रियों का कहना है कि वे अपने रिश्तेदारों की शादी में आये हुए हैं। सबूत के तौर पर उन्होंने पुलिस को शादी के कार्ड भी दिखाये। लेकिन पुलिस ने फिर भी कहा कि पंजीकरण अनिवार्य है।
ऐसे ही गाज़ियाबाद के लोकेश सिंह भी राज्य में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने चेकपोस्ट पर उन्हें रोककर पंजीकरण के बारे में पूछा। लोकेश अपने 10 सदस्यीय परिवार के साथ किसी रिश्तेदार की शादी में जा रहे थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें पंजीकरण की कोई भी जानकारी नहीं थी। इसके बाद उन्होंने मौके पर ही वेबसाइट पर पंजीकरण करवाया। तब जाकर पुलिस ने लोकेश और उनके परिवार को दून में प्रवेश करने दिया।