
उत्तराखंड शिक्षा नीति में हुए बदलाव के कारण पूरे उत्तराखंड में नई शिक्षा नीति लागू हो चुकी है जिसको 4 चरणों में बांटा गया है बता दिया जाए कि यह चार चरण 5 ,3 ,3 , 4 के हिसाब से 12वीं तक की पढ़ाई सुनिश्चित करेगी। बता दें कि साथ ही बोर्ड ने उत्तराखंड के दसवीं के बोर्ड को मान्यता खत्म कर दी है अब सिर्फ 12वीं बोर्ड को ही महत्व दिया जाएगा।
उत्तराखंड शिक्षा नीति 2022 के अनुसार 12वीं तक की पढ़ाई को सुनिश्चित कराने के लिए चार चरणों में बांटा गया है जिसने पहला चरण फाउंडेशन इस पेज होगा जिसके अनुसार पहले तो बच्चों को 3 वर्ष तक आंगनबाड़ी में प्रीस्कूल इन दी जाएगी जिसके बाद उन्हें अगले 2 वर्षों में कक्षा एक और कक्षा दो की पढ़ाई पूरी करवाई जाएगी बताया जा रहा है कि इस स्टेज में विद्यार्थी की उम्र 3 से 8 वर्ष होगी इस प्रकार उनका पहला चरण 5 वर्ष में समाप्त होगा।
दूसरी स्टेज को प्रिपेट्री स्टेज कहा जा रहा है जिसमें 8 से 11 वर्ष के विद्यार्थी कक्षा 3 से कक्षा 5 तक अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे जिसमें बच्चों को विज्ञान गणित कला की पढ़ाई करवाई जाएंगी।
तीसरी स्टेज को मिडिल स्टेज कहां जा रहा है जिसमें बच्चों की उम्र 11 से 14 वर्ष के मध्य रहेगी इसमें बच्चों का 6 से 8 तक पढ़ाई करवाई जाएगी और साथ ही कौशल विकास जैसी योजनाएं भी चलाई जाएंगी।
वही लास्ट और अंतिम स्टेज सेकेंडरी स्टेज के नाम से है जिसमें 14 से 18 वर्ष के मध्य के विद्यार्थियों को कवर किया जाएगा इस स्टेज में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक की पढ़ाई होगी जो कि 4 वर्ष में पूरा होगा बता दें कि इस स्टेज में विद्यार्थी को अपने विषय चुनने की आजादी दी जाएगी। इस नीति के आने के बाद प्रदेश मैं यह नीति लागू भी की जा चुकी है और सभी तरह से फ्री स्क्रीन का चरण भी पूरा किया जा रहा है।