उत्तराखंड का पुरानी टिहरी एक ऐसा हिस्सा है जिसका अस्तित्व अब केवल लोगों की यादों में है। आपको बता दें की भीषण गर्मी से टिहरी झील का जलस्तर कम होते ही, यह यादों का समंदर उमड़ पड़ा। हर साल भीषण गर्मी में झील का जलस्तर कम हो जाता है और पानी कम होते ही इसमें से पुरानी टिहरी की इमारतें, राजमहल दिखने लगे हैं। टिहरी डैम निर्माण के लिए अपना घर बार छोड़ने वाले पुरानी टिहरी के विस्थापित इन्हें देखकर भावुक हो गए हैं। लोगों की आंखें खुली की खुली रह गई हैं।
आपको पता होगा की, टिहरी का राजमहल सिर्फ एक इमारत नहीं बल्कि शहर की धरोहर थी।वहीं, टिहरी डैम बनने के बाद राजमहल समेत पुरानी टिहरी बांध की झील में समा गए हैं, लेकिन इनका अभी तक अस्तित्व मिटा नहीं है। अब भी झील का जलस्तर कम होने पर यह महल दिख जाता है, और सभी बुजुर्गों के जख्मों को हरा कर देता है। राजमहल दिखने पर मानों पुरानी टिहरी के लोगों के सामने उसी पुराने शहर की तस्वीर आंखों के सामने तैरने लगती है।
जब टिहरी झील का निर्माण हुआ था तो पुरानी टिहरी झील में समा गई, लेकिन इसकी इमारतें आज भी जिंदा है और झील का स्तर कम होने पर लोगों को उस ऐतिहासिक शहर की याद दिलाती है। टिहरी झील का न्यूनतम स्तर 740 मीटर आरएल पहुंचने से पुरानी टिहरी का राजमहल दिखने लगता है। ALSO READ THIS:गजब: जीजा पुलिसवाला और 5 साल से नौकरी कर रहा था साला..
और आजकल टिहरी डैम का स्तर कम हो गया है जिससे राजमहल दिखने लगा है। पुरानी टिहरी का राजमहल देखने के लिए, लोगों की भीड़ लगने लगी है।वहीं, राजमहल दिखने पर पुरानी टिहरी के लोग भावुक हो गए हैं। बुजुर्गों का कहना है कि पुरानी टिहरी स्वर्ग थी, जो झील में गुम हो गई है। ALSO READ THIS:चमत्कार: अपने 6 साल के बेटे को यमराज के हाथों से छुड़ा ले आई मां, जानिए आखिर कैसे…