उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी के परोला क्षेत्र से एक बेहद ही हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां दूसरे समुदाय के कई सारे लोग अपनी दुकानें छोड़ छोड़कर जा रहे हैं. क्योंकि कुछ हफ्ते पहले इस क्षेत्र में एक दूसरे समुदाय का लड़का एक नाबालिक लड़की को अपने साथ भगा कर ले गया. अब यहां मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जिसके बाद से लोगों में दूसरे समुदाय के लोगों के प्रति बहुत ही ज्यादा गुस्सा है.
जिस वजह से परोला में लगातार विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं. परोला के साथ ही पहाड़ के अन्य क्षेत्रों में भी ऐसी घटना सामने आ रही है. इससे गुस्साए नगर व्यापार मंडल उत्तरकाशी और अन्य संगठनों ने बीते रोज चार घंटे तक बाजार बंद रखा. व्यापारियों ने पूरे नगर में रैली निकालकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए यह कहा कि जिस तरह से क्षेत्र में बाढ़ से आए हुए व्यापारियों की संख्या बढ़ती जा रही है.
इससे यहां पर कभी भी पुरोला और विकासनगर जैसी घटनाएं हो सकती हैं. उन्होंने क्षेत्र में बाहर से आने वाले लोगों के द्वारा लगाई जा रही फड़, रेड़ियों और छोटी-छोटी दुकानों के नाम पर किए जा रहे अतिक्रमण को हटाने और शहर की सभी कबाड़ की दुकानें हटाने की मांग की है. दूसरी तरफ परोला में नाबालिक को भगाकर ले जाने की घटना की वजह से होने वाले विवाद की वजह से दूसरे समुदाय के लोग डरे हुए हैं. दिनांक 26 मई से यहां इन समुदाय विशेष की दुकानें बंद हैं. नौगांव के साथ-साथ बड़कोट के व्यापारियों मैं भी पारोला में घटी घटना को लेकर नाराजगी है.
नौगांव व्यापार मंडल के अध्यक्ष जगदीश असवाल ने कहा है कि व्यापारी मंडल मकान मालिकों से दूसरे समुदाय के लोगों को किराए में दी गई दुकानों को खाली कराने को कहेगा या फिर मकान मालिक किराएदार का सत्यापन कराकर अनैतिक कार्य करने पर किराएदार की जिम्मेदारी लेगा. व्यापारियों ने बाहरी लोगों के सत्यापन की प्रक्रिया तेज करने की मांग की है.