आज से लगभग 1 साल पहले एक नृशंस हत्याकांड ने पूरे मैदान से लेकर पहाड़ तक को दहला दिया था. हम बात कर रहे हैं दिनांक 18 सितंबर 2022 को ऋषिकेश में हुए रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी के हत्याकांड की, जिसे रविवार के दिन लगभग 1 साल पूरा हो चुका है. मगर अभी तक अंकिता के हत्यारे को सजा नहीं मिल पाई है और उनके माता-पिता अदालतों के चक्कर काट रहे हैं.परन्तु राज्य सरकार ने एक और बड़ी घोषणा कर अंकिता को श्रद्धांजलि दी है.
उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने कुछ ही दिनों पहले डोभ(श्रीकोट) स्थित राजकीय नर्सिंग कॉलेज का नाम बदलकर अंकिता भंडारी के नाम पर रखने की घोषणा की है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार अंकिता भंडारी के परिजनों के साथ खड़ी है और साथ ही प्रदेश की हर बेटी के सम्मान और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है.
अंकिता भंडारी उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के गंगा भोगपुर के वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के पद पर काम करती थी जिसकी 18 सितंबर 2022 को हत्या कर दी गई. इसके बाद 24 सितंबर 2022 को बहुत ही ज्यादा खोजबीन करने के बाद अंकिता का मृत शरीर चिला नहर से बरामद हुआ.
इसके बाद मैदान से लेकर पहाड़ो तक अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की मांग जोरों शोरों से उठने लगी. जब लोगों का आक्रोश बढ़ने लगा तो अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच को एसआईटी को सौंप दिया गया. जिसकी जांच पूरी करने के बाद एसआईटी ने एक 500 पेज की चार्जशीट अदालत में पेश की.