दोस्तों पहाड़ों में बरसात शुरू होना और मकान गिरना, बादल फटना, भूस्खलन की समयस्या यूँ तो कोई नई बात नहीं है। लेकिन इससे अछूता भी नहीं रहा जाता। अभी तो बरसात का मौसम ढंग से शुरू भी नहीं हुआ कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट में मंगलवार की रात भारी बारिश होने के कारण एक दो मंजिला घर धराशाही हो गया। उस समय मकान में एक रमेश राम नामक एक व्यक्ति, उसकी पत्नी चंद्रा और दो बेटियां कमला और पिंकी मौजूद थी। हालांकि परिवार 5 सदस्यों का था। रमेश राम का एक लड़का भी था, लेकिन वह घटना के दौरान पड़ोस वाले घर में रह रहा था। इस घटना में महिला और उसकी बड़ी बेटी की मौके ओर ही मौत हो गयी। जबकि छोटी बेटी और उसके पति की हालत गम्भीर बतायी थी। लेकिन जैसे ही दोनों को अस्पताल लेजाया जा रहा था, तब छोटी बेटी की भी मौत हो गयी।
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घर के मुखिया रमेश की उम्र 45 वर्ष बतायी जा रही है। तो वहीं उसकी बड़ी बेटी कमला 17 वर्ष की थी, जो 12वीं कक्षा की छात्र थी। छोटी बेटी पिंकी 7वीं कक्षा में पढ़ती थी और वह 11 वर्ष की थी। इस हादसे में रमेश गंभीर रूप से घायल हुए और उन्हें रानीखेत हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। खबर की जानकारी मिलते ही उस क्षेत्र के विधायक महेश नेगी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा शीघ्र ही रमेश के परिवार को मुख्यमंत्री की ओर से मृतक और घर बनाने का मुआवजा दिया जाएगा। नायाब तहसीलदार ने प्रशाशन की ओर से पीड़ित परिवार को 1,09,000 रुपये का चेक दिया। वहीं क्षेत्र की जनता से खुश नहीं है। उनका कहना है कि क्षेत्र में केवल एक ही अस्पताल है और उसमें भी सुविधा नहीं है। लोगों ने कहा कि अगर अस्पताल में डॉक्टर होते और अच्छी सुविधा भी होती, तो रमेश की चोटी बेटी पिंकी की जान बचाई जा सकती थी। क्योंकि पिंकी की मौत अस्पताल ले जाते समय हुई थी।