उत्तराखंड राज्य के तीन प्रमुख शिव मंदिरों में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है और यह तीनों मंदिर महानिर्वाणी अखाड़े के सुपुर्द हैं. इन सभी मंदिरों में ड्रेस कोड में बताए गए कपड़ों के अलावा कोई किसी भी अन्य तरह का वस्त्र पहन के आने वालों के लिए एंट्री बंद कर दी गई है. सभी से दर्शनों के लिए ड्रेस कोड का सख्ती से पालन करने की अपील भी की गई है. जिन भी लोगों ने पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े नहीं पहने होंगे उन्हें मंदिर में एंटर नहीं करने दिया जाएगा और यह नियम लड़के और लड़कियों के लिए समान तरह से लागू किए जाएंगे. दिल्ली एनसीआर, यूपी और देश के अन्य राज्यों से आने वाले लोगों से भी अपील की गई है कि वह इस ड्रेस कोड का पूरी तरह से पालन करें.
जिन तीन मंदिरों में ड्रेस कोड लगाया गया है उन मंदिरों में हरिद्वार का प्रसिद्ध दक्ष मंदिर, ऋषिकेश का नीलकंठ महादेव मंदिर और देहरादून का टपकेश्वर मंदिर शामिल है. इन तीनों से मंदिरों में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि इन सभी मंदिरों में छोटे कपड़े पहन के आने वालों का प्रवेश निषेध कर दिया गया है और या नहीं व्यवस्था प्रणाली तत्काल प्रभाव से लागू कर दी जाएगी.
पहले भी इन मंदिरों में छोटे कपड़े पहन के आने वाले लोगों को रोका गया था.मगर अब पूरी तरह से विधिवत घोषणा की जा चुकी है. श्रीमहंत रविंद्र पुरी इस मामले के ऊपर कहना है कि साउथ के कई सारे मंदिरों में युवतियों के लिए ड्रेस कोड जारी किए जा चुके हैं. वहीं महाराष्ट्र के मंदिरों में भी नया नियम लागू कर दिया गया है.
जिसके बाद अब उत्तराखंड के मंदिरों में भी यह व्यवस्था लागू की जा रही है. अगर कोई युवती या युवक छोटे कपड़ों में मंदिर में प्रवेश करना चाहेंगे तो उन्हें रोक दिया जाएगा. फिलहाल के लिए Uttarakhand Temple Dress Code व्यवस्था महानिर्वाणी अखाड़े के मंदिरों में लागू की जा रही है.