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चमोली DM की शादी ने जीता सभी का दिल, सोशल मीडिया पर हो रही शादी की जमकर तारीफ

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Chamoli DM's wedding won everyone's heart, getting much praise on social media
Chamoli DM's wedding won everyone's heart, getting much praise on social media (Image Source: Social Media)

शादियां अक्सर बड़े पैमाने पर आयोजित की जाती हैं और इसमें परिवार, दोस्तों और समाज के लोगों की भागीदारी होती है। जब किसी बड़े अधिकारी की शादी होती है, तो यह आयोजन और भी भव्य और आकर्षक होता है, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल होते हैं। तो वहीं उत्तराखंड के चमोली जिले के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने अपनी शादी को एक अनोखे और सरल तरीके से मनाया, जिससे उन्होंने एक नई मिसाल पेश की है। बता दे कि डीएम संदीप तिवारी ने अपनी शादी को एक अनोखे और सरल तरीके से मनाया, जिसमें उन्होंने पहले कोर्ट मैरिज की और इसके बाद अपनी पत्नी पूजा डालाकोटी के साथ गोपीनाथ मंदिर जाकर भगवान का आशीर्वाद लिया।

इस पूरे आयोजन में सादगी और गरिमा का अद्वितीय मेल था। संदीप तिवारी और पूजा डालाकोटी ने अपनी शादी को एक शांत और गरिमामय माहौल में मनाया, जिसमें उन्होंने अपने नए जीवन की शुरुआत की। साथ ही इस पर लोगों का कहना है कि संदीप तिवारी और पूजा डालाकोटी की शादी एक सकारात्मक संदेश देती है, जो आजकल की शादियों के दिखावे और खर्चीली परंपराओं से अलग है। उनकी शादी ने दिखाया कि सादगी और गरिमा के साथ भी एक शादी यादगार और अर्थपूर्ण हो सकती है।

बताते चले कि शिमला निवासी संदीप तिवारी ने उत्तराखंड में अपनी प्रशासनिक सेवा के दौरान कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं, जो उनकी काबिलियत और अनुभव को दर्शाते हैं। संदीप तिवारी ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है, जिनमें एसडीएम, नैनीताल के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) और एमडी कुमाऊं मंडल की जिम्मेदारी शामिल है।

साथ ही जिलाधिकारी के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए, संदीप तिवारी ने 28 अप्रैल को डॉ. पूजा डालाकोटी के साथ विवाह किया, जो उनकी व्यक्तिगत और पेशेवर जिंदगी में एक नए अध्याय की शुरुआत है। डॉ. पूजा डालाकोटी के अनुसार, विवाह एक ऐसा बंधन है जो न केवल दो व्यक्तियों को जोड़ता है, बल्कि दो परिवारों और उनकी संस्कृतियों को भी एक साथ लाता है।

डॉ. पूजा डालाकोटी और संदीप तिवारी की शादी ने दिखाया कि सच्चा प्यार और समर्पण ही विवाह की सच्ची नींव होते हैं, न कि भव्य आयोजन। जिसमें हिमाचल की पारंपरिक विवाह रीति-रिवाजों के अनुसार, संदीप तिवारी और डॉ. पूजा डालाकोटी ने मंदिर में विवाह करने का निर्णय लिया, जो एक पवित्र और पारंपरिक समारोह था।

आज दूल्हा बनेगा ऑपरेशन सिंदूर का हीरो, लेकिन आंखों में दिख गई उदासी, शादी के कार्ड ने जीता था सबका दिल

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Today the groom will become the hero of Operation Sindoor, the wedding card had won everyone's heart
Today the groom will become the hero of Operation Sindoor, the wedding card had won everyone's heart (Image Source: Social media)

ऑपरेशन सिंदूर में अपनी वीरता का प्रदर्शन करने वाले अमित सिंह की शादी का निमंत्रण कार्ड एक अनोखा और आकर्षक कार्ड बन गया था, जो पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है सभी ने इस शादी के कार्ड की जमकर तारीफ भी करी । बता दे कि अमित सिंह ने अपने शादी के कार्ड पर “ऑपरेशन सिंदूर” और “प्राउड ऑफ इंडियन आर्मी” लिखवाकर अपनी सैन्य सेवा पर गर्व व्यक्त किया है।

यह कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। वहीं ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों ने अमित सिंह की शादी से पहले मंगलवार देर रात उनके गांव खाखोली में एक सम्मान कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें सम्मानित किया। साथ ही भगवान हनुमान की शक्ति और साहस का प्रतीक गदाधारी हनुमान की मूर्ति अमित सिंह को भेंट की गई और उनके लिए हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ा गया।

उसके बाद अमित सिंह को तलवार भेंट की गई, लेकिन उनकी शादी के इस पल में भी उनके चेहरे पर उदासी देखी गई, जिसकी वजह जानना दिलचस्प होगा। बताते चले कि अमित सिंह के साथ उनके दो भाई भी भारतीय सेना में सेवा कर रहे हैं और तीनों भाई ऑपरेशन सिंदूर के समय एक ही जगह पर तैनात थे। यह एक अद्वितीय और गर्व की बात है कि तीनों भाई एक साथ देश की सेवा में जुटे हुए हैं। जिसमें अमित सिंह की शादी के लिए उन्हें 15 दिन की छुट्टी मिली है, लेकिन उनके बड़े भाई अभय प्रताप सिंह ड्यूटी पर रहेंगे और शादी में शामिल नहीं हो पाएंगे।

बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र सिंह की ड्यूटी पर तत्काल लौटने की खबर ने सभी को चौंका दिया, लेकिन साथ ही उनकी देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा भी की जा रही है। फिर क्षण भर भी विलंब किए बिना धर्मेंद्र सिंह ने अपने कर्तव्य को प्राथमिकता देते हुए देश की रक्षा के लिए सरहद की ओर प्रस्थान किया, भाई की शादी में शामिल होने का अवसर छोड़ दिया।

टिहरी में मूसलाधार बारिश से तबाही, घर ओर गाड़ियां मलबे में दबी….

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Heavy rainfall in tehri garhwal
Due to heavy rainfall, houses and vehicles got buried under debris in Tehri (Image Source: Social Media)

उत्तराखंड में मानसून के आगमन से पहले ही भारी बारिश ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। तो वहीं टिहरी जिला मुख्यालय के पास बोराडी में स्थित वाल्मीकि बस्ती में रात को हुई तेज बारिश के कारण आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। साथ ही बारिश के पानी और मलबे ने भारी तबाही मचाई। यहाँ तक की कई घरों को नुकसान पहुंचा और कई वाहन मलबे में दब गए। लोगों ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई। बता दे कि नई टिहरी शहर में मलवे के कारण अवरुद्ध सड़कों को खोलने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है, जैसा कि टिहरी नगर पालिका अध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने बताया।

साथ ही आंचल डेरी के पास सड़क बार-बार बंद होने की समस्या सेंट्रल स्कूल के निर्माण कार्य से उत्पन्न हुई है, जिसमें बारिश के दौरान मलबा सड़क पर आ जाता है। सेंट्रल स्कूल के अधिकारियों को इस मलबे को हटाने के लिए निर्देशित किया गया है। उप जिलाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि वाल्मीकि बस्ती में तेज बारिश के कारण मलबा घुसने से 29 परिवार प्रभावित हुए हैं।

प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिया है और प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। तो वहीं दीपक कुमार के अनुसार, बस्ती के ऊपर का नाला जाम होने से रात की तेज बारिश में पानी बस्ती में घुस गया और आपदा जैसी स्थिति पैदा हो गई। जिसके चलते पानी का स्तर इतना बढ़ गया था कि घरों में कई फीट तक पानी भर गया। कई गाड़ियां पानी में बह गईं यहां तक कि कुछ लोग रात को अपने घरों में ही फंस गए थे, जिन्हें पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़कर बचाया।

टिहरी नगर पालिका अध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने कहा कि नई टिहरी शहर के रखरखाव और विकास के लिए टिहरी बांध परियोजना को प्रतिवर्ष 8-10 करोड़ रुपये सीएसआर मद से देने चाहिए। बता दे कि नई टिहरी शहर के निर्माण के पीछे टिहरी बांध परियोजना का महत्वपूर्ण योगदान है, इसलिए परियोजना को शहर के रखरखाव और विकास में मदद करनी चाहिए।

उत्तराखंड के इन चार जिलों में मौसम विभाग का येलो अलर्ट, जानिए अगले कुछ दिनों कैसा रहेगा मौसम

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Uttarakhand weather department new update for rainfall in four
Uttarakhand weather department new update for rainfall in four (Image Source: Social Media)

उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में मौसम का मिजाज बदलता रहा है। देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में दिनभर धूप और बादलों की आंख-मिचौनी चलती रही, जिससे उमस बढ़ गई और लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ा। मौसम की इस अनिश्चितता ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। वहीं मंगलवार को देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही धूप खिली रही, जिससे तापमान में वृद्धि हुई। लेकिन दोपहर के बाद आसमान में आंशिक बादल मंडराने लगे, जिससे मौसम में थोड़ा बदलाव आया। साथ ही गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा था, जिससे लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा था। अधिकतम तापमान भले ही सामान्य बना रहा, लेकिन उमस इतनी अधिक थी कि लोगों को खूब पसीना आया और गर्मी का एहसास और भी बढ़ गया।

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में आज ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना है। पर्वतीय क्षेत्रों में तेज बौछारें पड़ सकती हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और आवश्यक सावधानियां बरतें। वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में दिनभर आंशिक बादल मंडराते रहे और कई जगहों पर हल्की बारिश हुई। जौलीग्रांट क्षेत्र में भी बौछारों के दौर चलने से मौसम सुहावना बना रहा। बता दे कि उत्तराखंड में मौसम की स्थिति अगले कुछ दिनों तक बदली रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में हल्की बारिश और आंशिक बादल छाए रहने की उम्मीद है।

जिसमें देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में मौसम सुहावना रहने की संभावना है, जिसमें आंशिक बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। तापमान सामान्य श्रेणी में बना रहेगा। बताते चले कि उत्तराखंड के कुछ जिलों में मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और आंधी चलने की संभावना है। लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया गया है। 

उत्तराखंड के विभिन्न शहरों के तापमान की जानकारी:

 

– देहरादून- अधिकतम तापमान 35.3°C और न्यूनतम तापमान 24.2°C

– ऊधमसिंह नगर- अधिकतम तापमान 35.5°C और न्यूनतम तापमान 23.9°C

– मुक्तेश्वर- अधिकतम तापमान 22.1°C और न्यूनतम तापमान 13.7°C

– नई टिहरी – अधिकतम तापमान 25.0°C और न्यूनतम तापमान 13.1°C

दूल्हा बनने जा रहा ऑपरेशन सिंदूर का हीरो, शादी के अनोखे कार्ड ने जीता सभी का दिल

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The groom is going to be the hero of Operation Sindoor, the unique wedding card won everyone's heart
The groom is going to be the hero of Operation Sindoor, the unique wedding card won everyone's heart (Image Source: Social Media)

देशभक्ति और बलिदान की एक अनोखी मिसाल राजस्थान के सीकर जिले के धोद क्षेत्र के एक साधारण किसान परिवार ने पेश की है। इस परिवार की वीरता और समर्पण ने सबको प्रेरित किया है। बता दे कि देश सेवा के जज्बे से परिपूर्ण जगदीश सिंह शेखावत के तीनों बेटे भारतीय सेना में कार्यरत थे और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी बहादुरी और समर्पण का प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उनके एक बेटे की शादी की तैयारियां भी चल रही थीं। वहीं परिवार की देशभक्ति और समर्पण की भावना का अद्वितीय प्रदर्शन शादी के कार्ड में देखा जा सकता है, जहां उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करके अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है।

आपको बता दे कि एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले जगदीश सिंह शेखावत के तीनों बेटे सेना में हैं और ऑपरेशन सिंदूर में भी शामिल रहे। इसी के साथ पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन में उनके बेटों ने अहम भूमिका निभाई और देश की सुरक्षा के लिए अपना योगदान दिया। अमित सिंह ने अपनी शादी के कार्ड पर लिखा, “भारतीय सेना हमारी ताकत है, हमारा गर्व है”।

यह शादी का कार्ड न केवल एक परिवार की देशभक्ति को दर्शाता है, बल्कि सेना के जवानों के प्रति सम्मान और बलिदान की भावना को भी प्रदर्शित करता है। बताते चले कि 7 मई 2025 को शुरू हुआ ऑपरेशन सिंदूर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाया गया था।ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।

वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत ने ऑपरेशन सिंदूर को देश के लिए गर्व का विषय बताया, वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इसकी सफलता को विश्व स्तर पर भारत की मजबूत स्थिति का प्रमाण बताया। शादी का यह अनोखा कार्ड अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जहां लोग इस परिवार की देशभक्ति और गौरव की प्रशंसा कर रहे हैं और इसे प्रेरणादायक बता रहे हैं।

उत्तराखंड: कर्ज से परेशान एक ही परिवार के 7 लोगों ने अपनी जीवन लीला कर दी समाप्त

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Panchkula sec 27 sucide case
Panchkula sec 27 sucide case (Image Source: Social Media)

एक दर्दनाक घटना में, हरियाणा के पंचकूला sec -27 में कर्ज में डूबे एक उत्तराखंडी परिवार के 7 सदस्यों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। बता दे कि परिवार की खराब आर्थिक स्थिति और कर्ज के बोझ तले दबकर उन्होंने यह कदम उठाया। गुजारा करने में हो रही परेशानी ने उन्हें इतना परेशान कर दिया कि उन्होंने एक साथ अपनी जीवन लीला समाप्त करने का फैसला कर लिया। बताया जा रहा है कि , मृतकों में पति-पत्नी और उनके तीन बच्चे शामिल हैं, साथ ही परिवार के कुछ बुजुर्ग सदस्य भी हैं।

पुलिस ने बताया कि सभी के शव एक कार से बरामद किए गए हैं। वहीं मृतकों की पहचान प्रवीन मित्तल और उनके पिता देशराज मित्तल के रूप में हुई है, जबकि अन्य मृतकों में प्रवीन की पत्नी और तीन छोटे बच्चे भी शामिल हैं। इस परिवार की दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। जानकारी मिली है कि मृतक परिवार मूल रूप से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के कौलागढ़ क्षेत्र का रहने वाला था।

घटना में शामिल कार देहरादून की ही है, जिसका नंबर UK07DY3055 बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने जब इस घटना का पता लगाया, तो उन्होंने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम के 112 नंबर पर कॉल कर सूचित किया कि सेक्टर 27 के मकान नंबर 1204 के पास एक कार में कुछ लोग आत्महत्या कर रहे है, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। इसी के साथ पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कार में सवार लोगों को सेक्टर 26 के निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस आगे की जांच में जुट गई है।

जिसमें घटना के बाद एक व्यक्ति घर से बाहर निकला और तड़प रहा था, जिसे तुरंत नागरिक अस्पताल ले जाया गया। लेकिन दुर्भाग्य से डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। इस तरह पूरे परिवार के 7 सदस्यों की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार, प्रवीन मित्तल ने देहरादून में टूर एंड ट्रेवल का व्यवसाय शुरू किया था, लेकिन यह व्यवसाय सफल नहीं हो सका और उन्हें इसमें भारी नुकसान हुआ। इस आर्थिक संकट के कारण परिवार पर कर्ज का बोझ बढ़ता गया, जिससे वे परेशान हो गए।

उत्तराखंड: 22 दिनों में 5 लाख भक्तों ने किए बाबा केदार के दर्शन, चारों धामों में अबतक 13 लाख से ज्यादा भक्तजनों कर चुके दर्शन

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5 lakh devotees visited Baba Kedarnath in 22 days, till now more than 13 lakh devotees have visited all the four Dhams
5 lakh devotees visited Baba Kedarnath in 22 days, till now more than 13 lakh devotees have visited all the four Dhams (Image Source: Social Media)

उत्तराखंड की पवित्र भूमि पर चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है, और तीर्थयात्रियों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। केदारनाथ धाम सबसे अधिक भक्तों को आकर्षित कर रहा है, जहां अब तक सबसे ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इसके साथ ही श्री केदारनाथ धाम में रिकार्ड तोड़ श्रद्धालुओं की संख्या देखी जा रही है, जिसमें 22 दिनों में 5 लाख से अधिक भक्त दर्शन कर चुके हैं। धाम के कपाट 2 मई को दर्शनार्थ खोले गए थे और अब तक लाखों श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं। बता दे कि सोनप्रयाग और गौरीकुंड में तीर्थयात्रियों का सैलाब उमड़ पड़ा है, क्योंकि केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या में अब तेजी से इजाफा होने लगा है। प्रशासन यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम कर रहा है। चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी देखी जा रही है। जिसमें अब तक:

– *केदारनाथ धाम*: 5 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं।

– *बदरीनाथ धाम*: साढ़े तीन लाख से अधिक भक्तजन दर्शन कर चुके हैं।

– *गंगोत्री और यमुनोत्री धाम*: दोनों धामों में दर्शन करने वालों की संख्या दो लाख के पार हो गई है।

 

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के इंतजामों को मजबूत किया है। आपको बता दे कि श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को विधिवत रूप से खोल दिए गए हैं। पहले दिन करीब साढ़े चार हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान कर गुरुद्वारे में मत्था टेका। हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की प्रक्रिया सुबह साढ़े नौ बजे शुरू हुई। पंच प्यारों की अगुवाई में पौने दस बजे सचखंड से गुरु ग्रंथ साहिब को बाहर लाया गया, जिसके बाद कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस दौरान बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु उपस्थित रहे और उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन किए। वहीं सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। इतना ही नहीं यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। इससे यात्रियों को किसी भी समस्या का सामना करने में मदद मिलेगी। बताते चले कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अब दो आसान तरीकों से किया जा सकता है:

 

– *ऑनलाइन वेबसाइट*: registrationandtouristcare.uk.gov.in

– *मोबाइल ऐप*: Tourist Care Uttarakhand

 

दोनों विकल्पों के माध्यम से आप अपनी यात्रा के लिए पंजीकरण करा सकते हैं।

जानिए इस बार उत्तराखंड में कब दस्तक दे सकता है मानसून, इस बार जमकर होगी बारिश

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Know when the monsoon can knock in Uttarakhand this time
Know when the monsoon can knock in Uttarakhand this time(Image Source: Social Media)

उत्तराखंड में जून से सितंबर तक सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे कई चुनौतियाँ भी उत्पन्न हो सकती हैं। वहीं उत्तराखंड में मानसून की दस्तक 10 से 20 जून के बीच होने की संभावना है। इससे पहले ही राज्य में 59% अधिक बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के अनुसार, जून से सितंबर तक देश भर में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

यह भविष्यवाणी उत्तराखंड सहित कई राज्यों के लिए महत्वपूर्ण है, जो मानसून के दौरान भारी बारिश का सामना करते हैं। बता दे कि उत्तराखंड में सामान्य से अधिक बारिश के कारण कई चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं, खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में जहां तेज बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है।

इससे लोगों की दैनिक जिंदगी पर भी असर पड़ सकता है। बताते चले कि केरल में मानसून के प्रवेश के साथ ही देश भर में मानसून की शुरुआत हो गई है। उत्तराखंड में भी इस साल मानसून के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे कई चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तराखंड में इस बार सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं।

इससे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बढ़ सकता है। और पर्वतीय क्षेत्रों में तेज बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, लोगों को सावधानी बरतने और तैयार रहने की आवश्यकता है।

रुद्रप्रयाग में आंधी तूफान और तेज बारिश से बुरा हाल, कही उड़ी छत तो कही बह गई स्कूटी बाईकें… गदेरे भी उफान पर

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Heavy rainfall in Rudraprayag on Friday night, Orange alert issued today
Heavy rainfall in Rudraprayag on Friday night, Orange alert issued today (Image Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग जिले में शुक्रवार रात आए तूफान और बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। इससे कई घरों और पेड़ों को नुकसान पहुंचा है और साथ ही यातायात भी प्रभावित हुआ है। बताते चले कि रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि में विजयनगर गदेरा नाला उफान पर है, जिससे आसपास के इलाकों में पानी भर गया है। इसी के साथ बारिश के कारण गदेरे में पानी का बहाव अचानक बढ़ गया और इसके किनारे खड़ी कई स्कूटी और बाइकें तेज बहाव में बह गईं।

वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार, गदेरे के पास खड़े वाहन पानी के तेज बहाव और मलबे की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए या फिर बह गए। बताते चले कि उत्तराखंड में आंधी-तूफान ने भारी नुकसान पहुंचाया है। राज्य के ज्यादातर जिलों में आज भी बारिश का अलर्ट है, जिससे लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

वहीं मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों जैसे रुद्रप्रयाग, पौड़ी और नैनीताल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ बिजली चमकने की संभावना भी है। इसी के साथ मौसम विभाग ने तेज हवाओं के साथ बारिश, ओलावृष्टि और बिजली चमकने की संभावना भी जताई है।

उत्तर भारत के कई राज्यों में अगले कुछ घंटों में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। बता दे कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में तेज बारिश ने कहर बरपाया है, जिससे दरमोला गांव में भारी नुकसान हुआ है।जिसने टिन शेड उड़ गए और कीमती सामान पानी में बह गया है।

हरिद्वार में मनसा देवी पर्वत के नीचे बनेगी 10KM लंबी टनल, चारधाम जाने वाले यात्रियों को ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत

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A 10km long tunnel will be built under the Mansa Devi mountain in Haridwar, passengers going to Chardham will get relief from traffic jam
A 10km long tunnel will be built under the Mansa Devi mountain in Haridwar, passengers going to Chardham will get relief from traffic jam (Image Source: Social Media)

भीषण ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए हरिद्वार में एक बड़ी योजना तैयार की जा रही है, जो चारधाम यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था को और भी बेहतर बनाएगी। साथ ही इससे न केवल श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुविधा होगी, बल्कि शहर में जाम की समस्या भी काफी हद तक कम हो जाएगी। वहीं हरिद्वार में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक नई योजना तैयार की जा रही है, जिसमें मनसा देवी पर्वत के नीचे 10 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण कार्य किया जाएगा, जो भेल से मोतीचूर तक होगी।

साथ ही सुरंग के बनने से हरिद्वार शहर का ट्रैफिक दबाव कम होगा और देहरादून, ऋषिकेश और गढ़वाल जाने वाले यात्रियों को भी लाभ मिलेगा। बता दे कि चारधाम यात्रा और प्रमुख धार्मिक आयोजनों के दौरान हरिद्वार में यातायात की समस्या विकराल रूप ले लेती है, जिससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। जानकारी के अनुसार हरिद्वार की यातायात समस्या का स्थायी समाधान निकालने के उद्देश्य से सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और इस समस्या के समाधान के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। साथ ही मनसा देवी पर्वत के नीचे टनल निर्माण की मांग को लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत की कोशिश रंग लाई, और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

मनसा देवी पर्वत के नीचे टनल निर्माण परियोजना की प्रगति के संबंध में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि यह फिलहाल प्लानिंग चरण में है और सर्वे, भूगर्भीय परीक्षण व पर्यावरणीय मूल्यांकन के बाद इसकी औपचारिक प्रक्रिया शुरू होगी, जिससे परियोजना को मूर्त रूप दिया जा सकेगा। इस सुरंग के निर्माण से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि वे हरिद्वार शहर के यातायात जाम से बचकर सीधे अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।

इससे न केवल यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि शहर में जाम की समस्या भी काफी हद तक कम हो जाएगी। लोगों को उम्मीद है कि इस परियोजना के पूरा होने से आने वाले वर्षों में हरिद्वार की यात्रा और भी सुगम हो जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने कमर कस ली है और जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा।

उत्तराखंड: रामनगर में दो बच्चों की मां सारे जेवर लेकर प्रेमी संग हुई फरार….

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In Ramnagar, mother of two children fled with her lover taking jewelry
In Ramnagar, mother of two children fled with her lover taking jewelry (Image Source: Social Media)

उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक दो बच्चों की मां ने अपने घर से सोने के जेवर और पैसे लेकर फरार होने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। वहीं पुलिस में मामला दर्ज करवाते हुए पीड़ित पति ने अपनी पत्नी और बच्चों को ढूंढने के लिए सहायता की मांग की है। बता दे कि महिला के प्रेमी ने इंस्टाग्राम पर दोनों की तस्वीरें पोस्ट की हैं, जिससे उनके प्रेम संबंधों का खुलासा हुआ है। दोनों के फोन नंबर भी बंद हैं।

जानकारी मिली है कि, रीना कुमारी, जो रामनगर के सुंदरखाल गांव के ढिकुली की निवासी हैं, वह 18 मई को अचानक लापता हो गईं। उनके परिजनों ने उन्हें आसपास ढूंढा, लेकिन उनका कोई भी सुराग नहीं मिला। वहीं रीना के पति सुनील कुमार ने 19 मई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी पत्नी रीना अपने 4 साल के बेटे आदित्य और पिता गोपाल राम के साथ मेरठ से रामनगर आई थी, लेकिन बाद में वह और उनका बेटा लापता हो गए।

बताते चले कि रीना के पिता उसे रामनगर में छोड़कर पहाड़ की ओर चले गए, लेकिन इसके बाद रीना और उसका बेटा घर नहीं पहुंचे। जांच के दौरान रामनगर रोडवेज स्टेशन के CCTV फुटेज में रीना एक अनजान व्यक्ति के साथ देखी गई। सुनील ने बताया कि रीना और उनके ससुर के फोन नंबर बंद हैं। इसी के साथ एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में, सुनील को पता चला कि उनकी पत्नी रीना की तस्वीरें एक अनजान व्यक्ति के साथ इंस्टाग्राम पर साझा की गई हैं।

जिसमें रीना की तस्वीरें ashupahadi9673 और pahadi9673 नामक इंस्टाग्राम आईडी से साझा की गई हैं। इन आईडी से जुड़ा मोबाइल नंबर 7088913632 कभी बंद तो कभी चालू हो रहा है, जिससे जांच में मुश्किलें आ रही हैं। सुनील ने आरोप लगाया है कि ससुराल पक्ष के लोग रीना के इस घटना में शामिल हैं। सुनील का यह भी कहना है कि उनका अपनी पत्नी रीना के साथ कभी कोई विवाद या क्लेश नहीं हुआ है।

सुनील के अनुसार, उनका वैवाहिक जीवन सुखी था और उनके लापता होने का कोई पारिवारिक कारण नहीं है। आपको बता दे कि सुनील कुमार होटल में काम करते है, जबकि उनकी पत्नी रीना घर पर रहकर बच्चों की देखभाल करती हैं। उनके दो बेटे हैं – अमन (2 साल) और आदित्य (4 साल)। वहीं घर की जांच के दौरान सुनील को पता चला कि उनकी पत्नी रीना ने सोने की नथ, ग्लोबंद, मांग टीका, झुमके, कर्णफूल, चांदी की पायल, 19,750 रुपये नकद, एटीएम कार्ड और जरूरी दस्तावेज लेकर घर से चली गई है।

चमोली में विधवा मां ने नवजात को जन्म देने के बाद गोबर के ढेर में डाल दिया…

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Newborn body found in cow dung in chamoli garhwal
Newborn body found in cow dung in chamoli garhwal (Image Source: Social Media)

उत्तराखंड के चमोली जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह मामला नंदानगर विकासखंड के एक गांव से सामने आया है। जहां नंदानगर में एक विधवा महिला ने प्रसव के बाद अपने नवजात को गोबर में दबाकर मार डाला। ग्रामीणों के शक होने पर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया।

वही सूचना मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर आरोपी महिला की निशानदेही पर नवजात के शव को गोबर के ढेर से बरामद किया।इसी के साथ पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है और आरोपी महिला से पूछताछ की जा रही है।

बताते चले कि महिला के जीवन में एक बड़ा हादसा 10 वर्ष पूर्व हुआ था, जब उसके पति की करंट लगने से मृत्यु हो गई थी। अब उसी महिला पर नवजात को मारने का आरोप लगा है। वहीं महिला के परिवार की जानकारी के अनुसार, उसके तीन अन्य बच्चे हैं।

पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ धारा 91 और धारा 94 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। पुलिस ने महिला से पूछताछ शुरू की है, लेकिन वह कुछ भी बताने से इनकार कर रही है। अब DNA रिपोर्ट के आधार पर भ्रूण के पिता की पहचान की जाएगी।