- कल मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री ने 6 घण्टे लम्बी वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक की
- इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन 4 के दिये संकेत
- प्रधानमंत्री ने कहा लॉकडाउन से पहले और बाद की जिंदगी में बहुत फर्क होगा
सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घण्टे लंबी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा बातचीत हुई जिसमें प्रधानमंत्री ने देश में लॉकडाउन 4 को भी लागू करने के संकेत दिए, प्रधानमंत्री ने इस बैठक में कहा कि जिस तरह लॉकडाउन 3 में लॉकडाउन 1 और 2 के मुकाबले लोगों को थोड़ी सी छूट मिली उसी तरह लॉकडाउन 4 में भी और ज्यादा ढील मिल सकती है। प्रधानमंत्री ने बैठक में लॉकडाउन 4 के लिए कुछ जरूरी बातें कही है, प्रधानमंत्री ने कहा कि:-
1) देश में सभी मार्गों को एक साथ शुरू नहीं किया जाएगा और केवल सीमित संख्या में ही ट्रेने चलेंगी
2) जब तक इलाज नहीं मिलता तब तक कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार सामाजिक दूरी ही है
3) 15 मई तक सभी राज्य केंद्र सरकार को ब्लूप्रिंट देंगे
4) संक्रमण रोकना और सार्वजनिक गतिविधि बढ़ाना दोहरी चुनौती है
5) गाँव में कोरोना के प्रसार को रोकना होगा।
अगर प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए तमाम संकेतों को अगर समझे तो 17 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रह सकता है हालांकि लॉकडाउन 4 में ज्यादा छूट मिल सकती है और सरकार आर्थिक गतिकविधियों को भी बढ़ाने का विचार कर सकती है क्योंकि अब एक तरफ कोरोना से लड़ाई है तो दूसरी तरफ जिंदगी चलाने के लिए लॉकडाउन में छूट देने की मजबूरी। केंद्र सरकार लॉकडाउन 4 में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए राज्य सरकारों को अपने अपने राज्य में फैसला लेने का अधिकार दे सकती है। प्रधानमंत्री ने इस बैठक में बच्चों की पढ़ाई के लिए नए तरीकों के बारे में सोचने के लिए भी जोर दिया और यह भी कहा कि अब दुनिया अब कोरोना से पहले और कोरोना के बाद में बंट जाएगी।