- डेल स्टेन ने कहा सचिन द्वारा वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक लगाने में अंपायर इयान गौल्ड ने की सहायता
- सचिन जब 190 पर खेल रहे थे तो स्टेन ने उन्हें एलबीडबल्यू किया
- स्टेन ने यह बात जेम्स एंडरसन को स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट में बताया
डेल स्टेन (Dale Steyn) ने मजाक में कहा कि अंपायर इयान गॉल्ड (Ian Gould) ने सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को तब आउट नहीं दिया था जब वह वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहला दोहरा शतक जड़ने से केवल कुछ मिनट ही दूर थे। स्टेन ने कहा उन्होंने सचिन को दोहरा शतक लगाने से कुछ देर पहले ही आउट कर लिया था लेकिन अंपायर गॉल्ड ने उन्हें आउट नहीं क्योंकि वो भारतीय फेन्स का विरोध नहीं सहना चाहते थे। बता दें सचिन तेंदुलकर ने 2010 में एकदिवसीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाया, लेकिन डेल स्टेन ने कहा कि उस मैच में जब सचिन 190 के निजी स्कोर पर खेल रहे थे तब उन्होंने तेंदुलकर को एलबीडबल्यू (LBW) कर दिया था। लेकिन अंपायर इयान गोल्ड ने उन्हें आउट नहीं दिया और उन्होंने स्टेन को बोला कि वह मैच के बाद अपने होटल में सही सलामत जाना चाहते हैं।
दरअसल डेल स्टेन (Dale Steyn) और जेम्स एंडरसन (James Anderson) ने एक साथ स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट पर बातचीत की। बातचीत में स्टेन ने एंडरसन को 2010 में भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच हुए रिकॉर्ड-ब्रेकिंग वनडे के बारे में कहा कि
“तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाया, और यह हमारे खिलाफ ग्वालियर में था। मुझे लगता है कि मैंने सचिन को lbw आउट किया जब वह शायद 190 के निजी स्कोर पर खेल रहे थे। इयान गोल्ड अंपायर थे और उन्होंने तेंदुलकर को नॉट आउट दिया। फिर मैंने हैरान होकर अंपायर इयान गोलड से पूछा कि तुमने सचिन को आउट क्यों नहीं दिया? जिसके बाद अंपायर ने मुझसे कहा कि चारों ओर देखो, अगर मैंने अब सचिन को आउट दिया तो मैं होटल वापस नहीं पहुंच पाऊँगा।”
हालांकि उस मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को 153 रनों से से मात दी। भारत ने तेंदुलकर के दोहरे शतक की मदद से 3 विकेट खोकर 401 रन बनाये और जवाब में दक्षिण अफ्रीका 248 रनों पर ही सिमट गई।