उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. ग्रामीणों पर जंगली जानवरों के हमले की खबरें सामने आती ही रहती हैं. इसी से मिलती है एक दुखद खबर उत्तराखंड राज्य के चंपावत जिले से सामने आ रही है. जहां एक आदमखोर गुलदार ने वहां की रहने वाली एक महिला को अपना निवाला बना लिया है. जिस वक्त गुलदार ने महिला पर हमला किया उस वक्त महिला अपने पशुओं के लिए चारा लेने के लिए जंगल गई हुई थी.
घटना की सूचना मिलने पर बूम वन रेंजर गुलजार हुसैन व चल्थी चौकी पुलिस इंचार्ज सुंदर कोरंगा टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंच शव को कब्जे में ले लिया है. इस घटना से मृतक के परिवार समेत पूरे क्षेत्र में दुख और दहशत का माहौल है. दहशत से भरे हुए ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार से निजात दिलाने की मांग की है. प्राप्त हो रही जानकारी से पता चलता है कि मृतक महिला का नाम चंद्रावती देवी है.
उनके पति का नाम प्रकाश चंद्र शर्मा है. चंद्रावती देवी मूल रूप से उत्तराखंड राज्य के चंपावत जिले के सूखीढांग क्षेत्र के ग्राम धूरा, गजार की रहने वाली है. चंद्रावती देवी रोज के जैसे शनिवार की सुबह को भी अपने पशुओं के लिए चारा लेने के लिए जंगल गई हुई थी. उसी दौरान एक आदमखोर गुलदार ने उन पर हमला कर दिया.
इससे पहले कि वह कुछ कर पाती गुलदार उन्हें अपने जबड़े में दबाकर जंगल की ओर भाग खड़ा हुआ. चंद्रावती देवी के साथ गई अन्य महिलाओं ने इस घटना की सूचना अन्य ग्रामीणों को दी. ग्रामीणों के द्वारा दी गई सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन और वन विभाग की टीम ने चंद्रावती देवी को खोजने की शुरुआत कर दी. जिसके बाद उनका क्षत विक्षत शरीर मटखानी के पास से बरामद किया गया.
चंद्रावती देवी के शरीर का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए उपजिला चिकित्सालय में लाया गया है. मृतक चंद्रावती देवी के 4 बच्चे और एक पूरा भरा पूरा परिवार है. चंद्रिका देवी की दो बेटियां बीएससी की छात्राएं और उनके दो बेटों में से एक बीए का छात्र है और एक अभी 12वीं कक्षा में है.