
शैक्षणिक सत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए भावना पोखरिया ने 12वीं कक्षा में 94 प्रतिशत अंक प्राप्त किए और जिले में तीसरा स्थान तथा प्रदेश की मेरिट लिस्ट में 15वां स्थान हासिल किया। उनकी यह उपलब्धि क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। भावना पोखरिया की प्रतिभा सिर्फ पढ़ाई तक ही सीमित नहीं है, उन्होंने 12वीं कक्षा में ही आर्ट एंड क्राफ्ट में भी विशेष कौशल हासिल किया है।
अब वह स्वरोजगार के माध्यम से न केवल खुद को स्थापित करना चाहती हैं, बल्कि अन्य युवाओं को भी रोजगार के अवसर प्रदान करना चाहती हैं। बता दे कि भावना पोखरिया का सपना अलग है, वह अपने शौक को ही करियर बनाना चाहती हैं। वह आर्ट एंड क्राफ्ट के प्रति अपने जुनून को व्यवसाय में बदलना चाहती हैं और स्वरोजगार के माध्यम से अपनी पहचान बनाना चाहती हैं। उनके स्कूल की प्रधानाचार्य डॉ. भारती नारायण भट्ट ने भावना पोखरिया को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए पुरस्कृत किया।साथ ही भावना ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी शिक्षिकाओं को दिया और सुधा जोशी ने उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।बताते चले कि भावना पोखरिया देवलचौड़ की रहने वाली हैं और उनके पिता रमेश चंद्र ट्रक ड्राइवर हैं। भावना ने अपनी मेहनत से 12वीं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त किए और अब वह अपनी आर्ट एंड क्राफ्ट की प्रतिभा को आगे बढ़ाकर एक सफल आर्टिस्ट बनने का सपना देख रही हैं।
इसी के साथ 12वीं कक्षा में लिप्पन आर्ट्स सीखने के बाद, भावना पोखरिया अब पेपर और पत्थरों पर अद्वितीय कलाकृतियाँ बनाती हैं। उनकी रियलिस्टिक आर्ट्स लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। भावना पोखरिया की कलाकृतियों को अब लोग पसंद करने लगे हैं और उनके उत्पादों के ऑर्डर भी आने लगे हैं। वह न केवल खुद आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं, बल्कि अन्य लोगों को भी अपने साथ जोड़कर उन्हें भी स्वावलंबी बनाने की इच्छुक हैं।
भावना पोखरिया ने 12वीं के बाद इंटरनेट मीडिया पर अपने आर्ट्स एंड क्राफ्ट का एकाउंट शुरू किया, जहां वह अपनी रचनात्मकता को साझा करती हैं। साथ ही, वह सिविल सर्विसेज की तैयारी भी जारी रखेंगी। आपको बता दे कि भावना पोखरिया ने 12वीं कक्षा में कुल 470 अंक प्राप्त किए। उनके विषयवार अंक इस प्रकार हैं: हिंदी में 96, अंग्रेजी में 97, भूगोल में 93, कला में 98 और राजनीति विज्ञान में 86 अंक।