दोस्तों यूँ तो रामानंद सागर जी की रामायण आप सभी लोगों ने देखी होगी अगर आपने पहले नहीं देखी होगी तो इस कोरोना काल में आप सभी ने रामायण का लुत्फ़ उठाया होगा। लेकिन आज आपको रामायण के पर्दे के पीछे के असली सच को बताते हैं जिसको खुद रामायण के शो में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी ने बयां किया है।
कौन थे आखिर सुषेन वैद्य:-अपनी लेटेस्ट वीडियो में सुनील ने बताया कि रामायण में सुषेण वैद्य का किरदार निभाने वाले वास्तव में एक पंडित थे जिनको हनुमान जी लक्ष्मण को मूर्छा से ठीक करने के लिए द्रोणा पर्वत से लेकर आये थे। ये व्यकि असल जिंदगी में महाराष्ट्र के उज्जैन के महाकाल के मंदिर में एक पंडित थे।
कैसे मिला रामायण में काम: ये पंडित रामायण के शो को पसंद करते थे इसी के चलते जब ये रामायण की शूटिंग देखने के लिए उमरगांव आये थे। तब इनका वार्तालाप रामानंद सागर से हुआ तब रामायण मैं कुछ किरदारों की आवयश्कता थी जिनमें सुषेन वैद्य का किरदार भी शामिल था तब रामानंद सागर ने इनको शो में सुषेन वैद्य का किरदार शौंप दिया।इस किरदार को मिलने के बाद पंडित जी पूरे देश में फेमस हो गए।इसके बाद इनहोंने उज्जैन जाकर पंडिताई छोड़ वैद्य का काम शुरू कर लिया जिसमें इनको काफी मुनाफा मिला।
इसके अलावा लहरी ने एक किस्सा राजस्थान के जयपुर का भी सुनाया वह बताते हैं कि एक फ्लाइट को जयपुर में लैंड करना था लेकिन वहां रेतीला तूफान आया हुआ था जिस कारण हम फ्लाइट को लैंड नहीं करवा पाए वहां 12 सौ से 15सौ तक लोग हमको देखने आए थे परंतु मिलन संभव नहीं हो पाया हमने उनको अपनी समस्या बताई जिसको उन्होंने स्वीकार भी कर लिया और हमारी समस्या को भी समझा इसी दौरान लक्ष्मण जी ने मगरमछ के साथ हनुमान की लड़ाई का किस्सा भी बताया कि उस समय हमने लड़ाई में फाइबर के मगरमछ के साथ असली मगरमछ का भी प्रयोग किया था। और साथ ही यह भी बताया कि मेघनाथ ओर लक्ष्मण युद्ध के दौरान लक्ष्मण को जब रेतीली जमीन पर गिरना पड़ा तब उनकी बॉडी मैं रेत से इन्फेक्शन हो गया तब इसको ठीक करने के लिए लोशन का प्रयोग किया गया और लगभग 24 घण्टे के बाद यह ठीक हो पाया।