मध्य प्रदेश के भिंड जिले के एक गाँव की लड़की रोशनी भदौरिया ने राज्य बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा में 98.5% स्कोर किया है। वह मेरिट लिस्ट में आठवें स्थान पर है। आपको बता दें, रोशनी रोज 24 किलोमीटर साईकल से स्कूल जाती आती और जाती है। रोशनी भिंड जिले के मेहगांव गाँव में रहती है। उसका स्कूल गाँव से 12 किमी दूरी पर है। वह चिलचिलाती गर्मी और बारिश में भी अपने स्कूल जाया करती थी। ऐसे दिन भो थे, जब बारिश के कारण वह घर वापस नहीं आ सकी क्योंकि गाँव की सड़कें पानी से भर जाती थी। रोशनी ने कहा कि “मुझे अपने रिश्तेदार के घर रात बितानी पड़ती थी। कभी-कभी तो काफी दिनों तक वह अपने घर नहीं जा पाती थी।”
रोशनी के पिता पुरुषोत्तम भदौरिया ने कहा कि “मेरे सभी बच्चे अच्छे छात्र हैं, लेकिन इस लड़की ने सभी को गौरवान्वित किया है। इन क्षेत्र में कोई भी इतने अच्छे अंक नहीं लाया है। मैं चाहता हूं कि वह पढ़ाई जारी रखे। मैं उसे बड़ी डिग्रियां दिलाना चाहता हूं और बड़े शहरों में बड़ी कंपनियों में काम करते देखना चाहता हूं।” जब रोशनी से पूछा गया कि वह भविष्य में क्या बनना चाहती है तो उन्होंने कहा कि “मैं IAS में बनना चाहती हूँ। मैं एक कलेक्टर बनना चाहती हूं। क्योंकि मुझे बताया गया है कि एक कलेक्टर बहुत सारे अच्छे काम कर सकता है। मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं जानती, लेकिन मैं कलेक्टर बनना और बदलाव लाना पसंद करती हूं।”
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रोशिनी ने गणित और विज्ञान में पूरे 100 अंक प्राप्त किये हैं। रोशनी ने कहा कि “मैं हमेशा कक्षा में ध्यान देती थी। मैं ऐसे अच्छे अंक हासिल करने पर बहुत खुश हूँ। मेरा पसंदीदा विषय गणित हैं। मैं आईएएस बनने चाहती हूँ इसलिए मैंने कक्षा 11 में गणित का विकल्प चुनने का फैसला किया है। पुरुषोत्तम (रोशनी के पिता) के पास 4 एकड़ जमीन है। उनके लिए तीन बच्चों को स्कूल में पढ़ाना बहुत कठिन है। लेकिन रोशनी की शिक्षा को रोकने का विचार उनके दिमाग से कभी नहीं आया। उनका बड़ा बेटा 12वीं कक्षा में है और उनका सबसे छोटा बेटा कक्षा 4 में है। आपको बता दे रोशनी के पिता भी ग्रेजुएट हैं।