3 मई के बाद यदि लॉकडाउन आगे बढ़ता है तो सरकार ग्रीन और ऑरेंज जोन में कुछ शर्तों के साथ कुछ दुकानों को दे सकती है खोलने की इजाजत

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  • देश के 300 जिलों में कोरोना की एंट्री नहीं
  • अर्थव्यवस्था का पहिंयाँ कहीं जाम न हो जाये इसलिए सरकार कुछ दुकानों को खोलने की इजाजत दे सकती है
  • जिन जिलों में कोरोना नहीं है उन जिलों में सरकारी दफ्तर खुल सकते हैं

कोरोना से जंग में लॉकडाउन 2.0 बस 3 दिन बाद खत्म होने जा रहा है और अब सवाल यह है कि जब रोज देश में 50 से ज्यादा मौतें हो रही है तो क्या हमें लॉकडाउन पार्ट 3 भी देखने को मिलेगा, देश में पिछले 40 दिनों से लोग अपने अपने घरों में बंद है और पिछले 1 हफ्ते से कोरोना का ग्राफ कहीं उतर रहा है तो कहीं चढ़ रहा है, देश में कोरोना का आंकड़ा 30 हज़ार को पार कर चुका है और हज़ार से ज्यादा मौतें हो चुकी है लेकिन इस बढ़ते आंकड़े के बीच भी कोरोना से जंग में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के रिजल्ट बहुत अच्छे आ रहे हैं क्योंकि भारत के 300 जिलों में कोरोना की एंट्री नहीं हुई है यानी इन जिलों में केवल 5 से कम केस है और अच्छी खबर यह है कि कोरोना का डबलिंग रेट देश में 3 दिन से बढ़कर अब 11 दिन हुआ। दुनिया में अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए कई देशों में ढील दी जा रही है और अब भारत में भी यूपी, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ सरकार शर्तों के साथ लॉकडाउन में कुछ राहत देना चाहती है।

देश में अर्थव्यवस्था का पहिंयाँ कहीं जाम न हो जाये इसलिए ग्रह मंत्रालय ने अपने एक बयान में इशारा किया है कि 3 मई के बाद सरकार ग्रीन जोन के साथ साथ ऑरेंज जोन में भी कुछ शर्तों के साथ कुछ दुकाने खुली हुई नजर आ सकती है, आपको बता दें सरकार निम्नलिखित कुछ दुकानों को खोलने की इजाजत दे सकती है।
1) इलेक्ट्रीशियन को आने जाने की इजाजत
2) ऑटो रिपेयर्स की दुकान
3) प्लम्बर, मोटर मैकेनिक, कारपेंटर
4) ई कॉमर्स और कुरियर कंपनियों को जरूरी सामान पहुंचाने की इजाजत मिल सकती है
5) कमर्शियल और निजी कंपनियों को कुछ शर्तों के साथ काम करने की छूट मिल सकती है
6) सरकारी दफ्तर उन जिलों में खुल सकते हैं जहां कोरोना का एक भी केस नहीं है।

3 मई के बाद अगर कुछ ढील दी जाती है तो सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशाशन की होगी कि वो देख सके कि इन जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है या नहीं।

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