मित्रों सोचो अगर आपके इलाके में कोई जंगली जानवर आकर दहसत मचा कर रख दे, आपकी नाक में दम करके रख दे तो आपकी डर से हालात क्या होगी और जब बात तेंदुए या बाघ शेर जैसे जानवर की हो तो डर काफी हद तक बढ़ भी जाएगा।
बीते दिनों ऐसी ही डरी हुई हालत से जी रहे थे पौड़ी गढ़वाल जनपद के पोखड़ा ब्लॉक के घंडियाल मल्ला गांव के लोग। जहां एक मादा गुलदार ने लोगों के अंदर दहसत फैला कर रख दी थी गांव के लोगों को घर से बाहर निकलते वक्त इस बात की चिंता थी कि कहीं किसी वक्त गुलदार उनपर हमला न करदे बता दें इससे पहले इस मादा गुलदार ने गांव की एक बच्ची पर हमला किया था। जिसमें बच्ची घायल हो गयी थी और लोगों के शोर मचाने के कारण गुलदार ने बच्ची को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया। लेकिन अब घंडियाल गांव के लोगों को राहत की सांस लेने को मिली है। क्योंकि इस गुलदार को वन विभाग की टीम ने पिंजड़े में कैद कर लिया है। आगे पढ़िये।
बीती रात घंडियाल मल्ला पोखड़ा क्षेत्र में लगे पिंजड़े में यह मादा गुलदार फ़ंस गयी। वन अधिककरियों के मुताबिक यह साढ़े 3 वर्ष की मादा गुलदार पूरी तरह स्वस्थ है। जिसको चिड़ियापुर रेस्क्यू सेन्टर भेज दिया गया है। 17 जुलाई को अनामिका नाम की लड़की जब अपनी बुआ के गांव आयी थी तब इसी मादा गुलदार में रात को अनामिका पर हमला कर दिया और उसको दीवार से नीचे गिरा दिया। ग़नीमत थी कि परिजनों ने उसको बचा लिया था और अनामिका को होस्पिटल ले जाकर उसका इलाज करवा लिया जिसके बाद वह स्वस्थ होकर घर लौट आयी।
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बता दें कि इस घटना के बाद वन विभाग की टीम ने गांव में पिंजड़े और ट्रैप केमरे लगा दिए थे। जिसमें कुछ दिनों तक तो मादा गुलदार वहीं घूमती हुई नजर आयी लेकिन बीती रात इस मादा गुलदार को पकड़ लिया गया। लेकिन अभी गांव वालों का कहना है कि जब गुलदार ने हमला किया था तब इसके साथ 2 बच्चे भी थे जो शायद यहीं हो सकते हैं। इसी बात पर वन विभाग की टीम ने गांव वालों को अश्वासन दिलाया कि जब तक ये दोनों शावक भी नहीं पकड़े दिये जायेंगे तब तक यहां से पिंजड़े और कैमरे नहीं हटाये जाएंगें।
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