Google Doodle Arati Saha: जानिए कोन है भारत की जलपरी, जिन्हें गूगल ने किया याद..

मित्रों आज भारत गूगल डूडल के साथ मिलकर भारत की एक ऐसी हस्ती का जन्मदिवस मना रहा है। जो भारत की एक लंबी दूरी की तैराक मानी जाती हैं जी हां यह हस्ती है

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Google Doodle Arati Saha

मित्रों आज भारत गूगल डूडल के साथ मिलकर भारत की एक ऐसी हस्ती का जन्मदिवस मना रहा है। जो भारत की एक लंबी दूरी की तैराक मानी जाती हैं जी हां यह हस्ती है भारत की आरती साहा जिनका जन्म अस्सी साल पहले पश्चिम बंगाल प्रान्त के कोलकाता 24 सितम्बर 1940 को हुआ था।

इनका पूरा नाम आरती साहा गुप्ता है जो इंग्लिश चैनल के पार तैरने वाली पहली एशियाई महिला बनीं जी हां इनके नाम स्विमिंग में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं बता दें इन्होंने एक ऐसे कारनामे में फतेह की जिसको माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के बराबर माना जाता हैं। आप शायद जानते होंगे उन्होंने फ्रांस से सैंडगेट तथा केप ग्रिस नेज़ व इंग्लैंड तक 42 मील की लंबी दूरी तय भी की।यह भी पड़े: Garhwal Rifles: देश सेवा की कसम खाकर भारतीय सेना में शामिल हुए 176 जवान

सचिन नाग ने उनकी प्रतिभा को तराशा जिसके बाद 5 साल की उम्र में ही वह अपने जीवन का पहला स्वर्ण पदक हासिल करने में सक्षम हुई। और मात्र 19 वर्ष की उम्र में उन्होंने इंग्लिश चैनल को पार पके दुनिया को यह दिखा दिया कि मेहनत करने पर भगवान भी मिल सकते।1952 में ग्रीष्म कालीन ओलंपिक में नव स्वतंत्र भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली मात्र 11 साल की आरती ने फिनलैंड के हेलनसीकी में पहली ही टीम में सदस्यता प्राप्त कर ली।यह भी पड़े: लद्दाख पर तैनाती हुई तो भारतीय सेना के खौफ से जाते हुए रोने लगे चीनी सैनिक, देखे वीडियो

वे 18 साल की उम्र में ही इंग्लिश चैनल पार कर लेती अगर कुछ कमियों के कारण असफल न होती लेकिन अपनी बेतोड़ मेहनत के दम पर 19 साल की उम्र में वे इंग्लिश चैनल को पार करने में सक्षम हुई

बता दें 1960 में पद्म श्री प्राप्त करने वाली यह भारत की पहली महिला बन गयी। उन्होंने 6 साल के राज्यीय करियर के दौरान 1945 से 1951 के बीच 22 पुरुष्कार जीते लेकिन पीलिया के कारण 23 अगस्त 1994 को भारत की यह वीर सपूत पंच तत्व में विलीन हो गयी।यह भी पड़े:गढ़वाल के दर्शन बिष्ट ने IPL में टीम सिलेक्ट कर जीते 1 करोड़ रुपए, लॉकडाउन में छूट गई थी नौकरी…

लेकिन सम्मान करते हैं ऐसी सख्शियत का हम जिन्होंने भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में अपना योगदान दिया। ऐसी सख्शियत को दैनिक सर्किल की टीम से जन्मदिवस पर बहुत बहुत शुभकामनाएं भले ही आज यह हमारे बीच नहीं हों लेकिन इतिहास के पन्नों में अपना नाम अंकित करवा चुकी आरती गुप्ता सा की स्मृति हमारे साथ जरूर बनीं रहेगी।ऐसी सख्शियत को अंत में एक बार फिरसे कोटि कोटि नमन।आपका पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल अब गूगल न्यूज़ पर भी फॉलो करने के लिए क्लिक करें…. Dainik circle news par

 

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