भारत अंडर -17 महिला टीम के मुख्य कोच थॉमस डेनरबी ने फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप भारत 2021 के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अपने कोचिंग स्टाफ की सराहना की। थॉमस ने स्वीडन को भी कोच किया है जो वीमेंस विश्व कप में तीसरे स्थान पर रहे थे। उन्होंने स्वीडन को ओलंपिक में क्वार्टर फ़ाइनल तक भी पहुंचाया है। इसके साथ साथ उन्होंने नाइजीरिया को एक AWCON टाइटल भी जितवाया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का समर्थन ही किसी भी टीम को एक विशेष टीम बनाता है।
एक लाइव चैट में थॉमस ने कहा, “टीम का तकनीकी पहलू शारीरिक विशेषताओं के विकास के साथ संतुलित (balanced) है, जो फिटनेस कोच प्रति कार्लसन द्वारा निरीक्षण किया गया है और उन्हें खेल के एक विशाल अनुभव है।” थॉमस ने यह भी कहा कि, “पर कार्लसन स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने विभिन्न खेलों जैसे (आइस) हॉकी और विभिन्न ट्रैक-एंड-फील्ड विषयों में टीमों के साथ काम किया है। जिस तरह से वह लॉकडाउन के दौरान खिलाड़ियों की फिटनेस पर काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि खिलाड़ी अपने टॉप शेप में होंगे जब हम लॉकडाउन खत्म होने के बाद ट्रेनिंग ग्राउंड पर उतरेंगे।
डेनरबी ने टीम में विजयी मानसिकता (Winning attitude) लाने के लिए सहायक कोच एलेक्स एम्ब्रोस की भी प्रशंसा की। कोच थॉमस ने कहा, “एलेक्स हर गेम को जीतने की इच्छा रखते हैं। वह लड़कियों को यह समझने में मदद करते हैं कि जीतने की इच्छा रखना कितना महत्वपूर्ण है। आपको हमेशा किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता जरूर होती है जो टीम में जीतने के हौसले को बरकरार रखे।”