COVID-19 महामारी के बढ़ते खतरे के बीच जुलाई में इंग्लैंड दौरे की तैयारी के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) अपने खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग कैम्प लगाने से पहले सरकारी मंजूरी की मांग करेगा।
पीसीबी के शीर्ष अधिकारी ऐसे समय में प्रशिक्षण शिविर (training camp) को संभव बनाने के लिए योजना बनाने में व्यस्त हैं, जब पाकिस्तान में कोविड -19 के मामले और मौतें बढ़ रही हैं।
हेड कोच और मुख्य चयनकर्ता, मिस्बाह-उल-हक ट्रेनिंग कैम्प में कम से कम 25 खिलाड़ियों को चाहते हैं। इसके लिए 25 खिलाड़ियों की सूची निश्चित की जा रही है लेकिन इसकी घोषणा करने से पहले बोर्ड चाहता है कि जैव-सुरक्षित वातावरण (bio-secure environment) बना रहे ताकि खिलाड़ी कोविड-19 के खतरे से सुरक्षित रहें।
एक बार उच्च प्रदर्शन केंद्र (high performance centre) में जाने के बाद, किसी भी खिलाड़ी या अधिकारी को अपने परिवार के सदस्यों सहित किसी से भी मिलने की अनुमति नहीं होगी और न ही बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी। बोर्ड के एक विश्वसनीय सूत्र ने कहा कि कुछ खिलाड़ियों ने मिस्बाह से कहा था कि वे लाहौर में ही एक छोटा प्रशिक्षण शिविर लगाना पसंद करेंगे।
बोर्ड (PCB) ने कहा है कि उसने यह तय करने के लिए खिलाड़ियों पर छोड़ दिया है कि वे इंग्लैंड का दौरा करना चाहते हैं या नहीं और अगर कोई खुद को अनुपलब्ध बताता है तो कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई भी नहीं होगी।
पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट कप्तान जावेद मियांदाद ने कहा, “मुझे चिंता होगी क्योंकि यूके (UK) में COVID-19 की स्थिति पाकिस्तान में से भी बदतर है। मुझे उम्मीद है कि बोर्ड टीम को इंग्लैंड भेजने से पहले हर चीज की जांच करेगा क्योंकि यह खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा जोखिम हो सकता है।”