स्टार्क ने कहा ICC द्वारा गेंद पर लार लगाने पर बेन और बैट्समेन फ्रेंडली विकेट के कारण भविष्य में कोई भी बच्चा गेंदबाज बनना पसंद नहीं करेगा

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अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) जून से बॉल पर थूक लगाना बेन करने जा रही है। दरअसल ICC को मेडिकल सलाह मिली कि गेंद पर थूक लगाने से कोविड-19 का खतरा बढ़ सकता है। आमतौर पर गेंदबाज गेंद को हवा में लहराने के लिए थूक या पसीना लगाते हैं ताकि वो बल्लेबाज को मुश्किल में डाल सकें। सतर्क ने यह खबर सुनने के बाद कहा कि गेंद को इस तरह से स्विंग करना गेंदबाज और बल्लेबाज के बीच प्रतियोगिता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था जो कि इस बेन के बाद लगभग समाप्त हो जाएगा और बल्लेबाज गेंदबाजों पर हावी रहेंगे।

उन्होंने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं से कहा, “हम इसे खोना नहीं चाहते हैं और न ही इसे कम करना चाहते हैं, इसलिए गेंद को स्विंग कराने के लिए कुछ और जरूर होना चाहिए अन्यथा लोग आगर चलकर इस खेल को नहीं देखना चाहेंगे और बच्चे कभी भी तेज गेंदबाज बनना पसंद नहीं करेंगे। ऑस्ट्रेलिया में पिछले कुछ वर्षों में हमारे पास फ्लैट विकेट थे जिसपे गेंद सीधी जाती है और कोई स्विंग नहीं मिलता इसलिए यह और भी बोरिंग लगता है।”

हालांकि ICC क्रिकेट समिति के अध्यक्ष अनिल कुंबले ने इस सप्ताह कहा था कि लार प्रतिबंध केवल कोरोना वायरस संकट के दौरान एक अस्थायी उपाय है।

30 वर्षीय स्टार्क ने कहा कि ग्राउंड स्टाफ को आदेश दिया जाना चाहिए कि वो बैट्समेन फ्रेंडली (Batsman Friendly) विकेट न बनाये। उन्होंने यह भी कहा कि यदि गेंद पर थूक न लगाया जाए तो फिर गेंदबाजों को गेंद पर वैक्स (Wax) लगाने की अनुमति देनी चाहिए। आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट गेंद निर्माता कूकाबुरा एक वैक्स ऐप्लिकेटर विकसित कर रही है जो गेंदबाजों को लार का उपयोग किए बिना गेंद को चमकाने की अनुमति देगा।

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