
कर्नाटक के बल्लारी जिले में 26 जनवरी 2025 को एक अनोखी घटना हुई। जब डॉक्टर सुबह की सैर पर निकले थे, तभी उनका अपहरण कर लिया गया। अपहरण के कई घंटों बाद, अज्ञात कारणों से, अपहरणकर्ताओं ने डॉक्टर को रिहा कर दिया और उन्हें घर वापस जाने के लिए 300 रुपये का बस किराया भी दिया। इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी और पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी।
जानकारी के अनुसार बल्लारी जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील का सुबह लगभग 6 बजे सूर्यनारायणपेट इलाके में एक टाटा इंडिगो कार में बदमाशों ने अपहरण कर लिया। इस घटना को इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड किया गया, जिससे पुलिस को शुरुआती जांच में कुछ महत्वपूर्ण सुराग भी मिले। अपहरणकर्ताओं ने डॉ. सुनील के परिवार से 6 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की, जिसमें से आधी रकम तो सोने के आभूषणों में देने को कहा गया।
अपहरणकर्ताओं ने वेणुगोपाल गुप्ता, जिला शराब डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, को फोन किया और उनसे 6 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। फिरौती में सोने की मांग के बाद, परिवार ने पुलिस से संपर्क किया और पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मामले की जांच के लिए तीन अलग-अलग टीमें गठित कीं और डॉ. सुनील के मोबाइल फोन के नेटवर्क की लोकेशन का उपयोग करके उनका पता लगाने का प्रयास किया। अपहरणकर्ताओं ने डॉ. सुनील को विभिन्न स्थानों पर घुमाया, ताकि पुलिस उनका पता न लगा सके।
रात करीब 8 बजे, अपहरणकर्ताओं ने अचानक अपना फैसला बदल दिया और डॉ. सुनील को 300 रुपये का बस किराया देकर रिहा कर दिया। डॉ. सुनील को रिहा करने के बाद, उन्होंने अपने भाई वेणुगोपाल को फोन किया और बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उन्हें सोमसमुद्र गांव के पास छोड़ दिया है। डॉ. सुनील ने आगे बताया कि अपहरणकर्ता तीन व्यक्ति थे, जो कन्नड़ और हिंदी भाषा बोलते थे। इसके बाद, परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और डॉ. सुनील को सुरक्षित घर वापस लाया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि अपहरणकर्ता तीन लोग थे, जो कन्नड़ और हिंदी में बात करते थे। इसके बाद, परिवार ने पुलिस को सूचित किया और डॉ. सुनील को सुरक्षित घर वापस लाया गया।