उत्तराखंड में एशिया का दूसरा सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान, अब यहां तैयार है टर्फ विकेट मैदान…

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Asia's second highest cricket ground turf wicket in Uttarakhand

मंडल मुख्यालय पौड़ी में एशिया महाद्वीप का दूसरा सबसे ऊंचा क्रिकेट स्टेडियम। दोस्तों यदि आप भी क्रिकेट प्रेमी हैं तो यूँ तो आपने दुनिया भर में कई सारे क्रिकेट स्टेडियम्स के बारे में सुना होगा या देखा होगा लेकिन आज हम आपको एशिया महाद्वीप के दूसरे सबसे ऊंचे क्रिकेट स्टेडियम के बारे में बताएंगे।

लोकेशन-: जिला मुख्यालय पौड़ी के कंडोलिया से सिर्फ 1 किमी० की दूरी पर स्थित हिमालय राज के स्वच्छ दर्शन कराने वाला स्टेडियम है रांसी। जिसका नाम बदलकर अब शहीद जशवंत सिंह रावत स्टेडियम रख दिया गया है। बता दें कि इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 2133 मीटर है।

रांसी स्टेडियम पर बना टर्फ विकेट:-
जूनियर ओर रणजी क्रिकेट में हिस्सा लेने वाले पहाड़ी खिलाड़ियों के लिए मददगार हो सकता है ये स्टेडियम क्योंकि,पहाड़ी युवा जब भी बाहरी मैदानों में क्रिकेट में शामिल होते हैं तो वह टर्फ पिच पर टिक नहीं पाते क्योंकि उनके पास टर्फ विकेट का अनुभव नहीं होता लेकिन अब इन युवाओं की परेशानी का हल निकल चुका है। क्योंकि इन युवाओं को रांसी स्टेडियम में ही टर्फ पिच पर खेलने का अनुभव हो जाएगा। पहले यहां सिर्फ पौड़ी ओर कुछ आस पास के लोग ही अभ्यास कर पाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है क्योंकि उत्तराखंड के साथ साथ कई अन्य राज्यों के लोग भी यहां अभ्यास करने के लिए आएंगे।

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पौड़ी के एस डीएम अंशुल सिंह के साथ साथ जिला प्रशासन का यहाँ टर्फ विकेट तैयार करने में काफी योगदान रहा। अंशुल सिंह खुद क्रिकेट को पसंद करते हैं इसीलिए वे खिलाड़ियों की इस समस्या को हल करने के निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पौड़ी में कई नोजवान क्रिकेट में अपना करियर देखना चाहते हैं इसी के चलते यहां इस तरह की पिच का निर्माण कराना आवश्यक बात थी।

टर्फ पिच बनने के बाद पहाड़ी युवाओं को फायदा
इस पिच के बनने के बाद पहाड़ी युवा अब खुलकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे जिससे कि भविष्य में इन पहाड़ी युवाओं को आईपीएल औऱ इंटरनेशनल क्रिकेट का मौका भी मिल सकता है। कोच विकास विष्ट ने बताया कि इस पिच के बाद युवाओं को काफी फायदा होगा क्योंकि पहले युवा मैट या तो मिट्टी में अभ्यास करते थे और ट्रायल देते वक्त ट्रायल में पास नहीं हो पाते थे लेकिन अब युवाओं की यह परेशानियां भी खत्म हो जाएंगी।

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